ABC News: दिल्ली के जंतर-मंतर पर बजरंग पूनिया सहित कई पहलवानों का फिर से धरना शुरू हो गया है. वहीं पहलवानों की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके धरने को लेकर पूरी जानकारी दी गई. पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमने दो दिन पहले सीपी पुलिस थाने में शिकायत की थी. कोई सुनवाई नहीं हुई. सात लड़कियों ने एफआईआर की. एक लड़की नाबालिग है और पॉस्को के अंदर आती है. ढाई महीने हो गए, लेकिन समिति का कोई फैसला नहीं आया है.
#WATCH | Delhi: Wrestlers Vinesh Phogat and Sakshi Malik break down while interacting with the media as they protest against WFI chief Brij Bhushan Singh pic.twitter.com/OVsWDp2YuA
— ANI (@ANI) April 23, 2023
साक्षी मलिक ने कहा कि सेक्सुअल हैरेसमेंट का मामला था. भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला है. मामले की सुनवाई नहीं हुई तो हम हारकर वापस यहां आने पर मजबूर हो गए. हमें लोग झूठे समझने लगे हैं. लोगों को लगता है कि हम झूठ बोल रहे थे. हम अपना करियर, फ्यूचर और परिवार सब दांव पर लगा कर आए हैं, जिसके खिलाफ हम लड़ रहे हैं, वो बहुत स्ट्रॉन्ग है, कौन उनके साथ है, कौन नहीं आप बेहतर जानते हैं. कोई तीन महीना से सब से समय मांग रहे हैं, खेल मंत्री और मंत्रालय से भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. हम खत्म हो गए, इसीलिए धरना दे रहे हैं, लोग ये कह रहे हैं.
इस दौरान साक्षी मलिक इमोशनल हो गईं. उन्होंने कहा कि हम कुश्ती का और अपने आगे आने वाले खिलाड़ियों का फ्यूचर दांव पर नहीं लगा सकते हैं. 7 लड़कियों में इंटरनेशनल खिलाड़ी भी हैं, नाम नहीं बता सकते. कहा जा रहा है कि हमने सबूत नहीं दिया. बृजभूषण शरण सिंह से सबूत क्यों नहीं लिया गया. विक्टिम की पूरी लाइफ है, लड़की अगर आकर खड़ी हो जाएगी तो उसकी क्या लाइफ बचेगी. गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगा है. दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत की गई है. पुलिस की ओर से इस मामले पर अभी एफआइआर दर्ज नहीं किया गया है. जानकारी के अनुसार पिछले प्रदर्शन के दौरान खिलाड़ियों को मिले आश्वासन पर अब तक कार्रवाई न होने से पहलवान नाराज हैं.