ABC News: नया साल 2023 बस आने को है. और नया साल आपके लिए राहत लेकर आने वाला है. क्योंकि नए साल में आपको महंगाई से बड़ी राहत मिलने वाली है. विश्व बैंक के अर्थशास्त्री ध्रुव शर्मा का मानना है कि खुदरा महंगाई दर अगले वित्त वर्ष 2023-24 में घटकर 5.1 फीसदी रह सकता है. ऐसा हुआ तो आपको महंगी ईएमआई से राहत भी मिल सकती है.
विश्व बैंक के अर्थशास्त्री ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में महंगाई दर 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है और ये आरबीआई के टोलरेंस बैंड 2 से 6 फीसदी के बीच रह सकता है. उन्होंने बताया कि खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में भारी उछाल के चलते महंगाई बढ़ी है. फिलहाल अक्टूबर महीने के लिए जो आंकड़े आये हैं उसमें खुदरा महंगाई दर 6.7 फीसदी रहा है. दरअसल अप्रैल 2022 में खुदरा महंगाई दर 7.79 फीसदी पर जा पहुंचा था. जिसके बाद आरबीआई ने ब्याज दरें बढ़ाने का सिलसिला शुरू किया. और चार लगातार मॉनिटरी पॉलिसी बैठकों के बाद आरबीआई ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 5.90 फीसदी कर दिया. रेपो रेट बढ़ाने के चलते बैंकों ने होम लोन से लेकर सभी प्रकार के कर्ज पर ब्याज दरें बढ़ा दी. होम लोन ग्राहकों की ईएमआई में भारी इजाफा हो गया. एक तो महंगाई की मार उसपर से महंगी ईएमआई ने लोगों के घर के के बजट को बिगाड़ दिया. लेकिन विश्व बैंक के अनुमान के मुताबिक महंगाई दर घटकर 5.1 फीसदी पर आता है रेपो रेट में बढ़ोतरी पर ना केवल ब्रेक लगेगा बल्कि रेपो रेट में कटौती भी हो सकती है. ऐसे में महंगी ईएमआई से लोगों को राहत मिल सकती है. आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास भी कह चुके हैं कि अगले वर्ष महंगाई में कमी आ सकती है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी आने वाले साल में महंगाई से राहत की उम्मीद जाहिर की है. 7 दिसंबर को आरबीआई फिर से कर्ज नीटि का एलान करेगा. जिसके महंगाई को लेकर आरबीआई का रूख सामने आ सकता है.