ABC News: पीएम मोदी ने गुरुवार (9 फरवरी) को राज्यसभा में पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि, “कुछ लोगों को सरकार योजनाओं के नामों में संस्कृत शब्दों से दिक्कत थी. मैंने रिपोर्ट में पढ़ा कि 600 सरकारी योजनाएं गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर थीं फिर भी नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया जाता. किसी कार्यक्रम में अगर नेहरू जी के नाम का जिक्र नहीं किया जाता है तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं. लहू गर्म हो जाता है कि नेहरू जी का नाम क्यों नहीं लिया गया.”
#दिल्ली
▶️राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने जवाहरलाल नेहरु का जिक्र करते हुए कहा
▶️उनकी पीढ़ी का कोई भी सदस्य ‘नेहरू सरनेम’ धारण करने से क्यों डरता है?
▶️ कितनी शर्म की बात है ‘नेहरू सरनेम’ रखना#PMModi #NarenderaModi @narendramodi @PMOIndia #abcnewsmedia pic.twitter.com/bDP5auvSyk— Abcnews.media (@abcnewsmedia) February 9, 2023
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “मुझे बहुत आश्चर्य होता है कि चलो भाई मुझसे कभी छूट जाता होगा नेहरू जी का नाम. हम इसे ठीक भी कर लेंगे क्योंकि देश के पहले प्रधानमंत्री थे, लेकिन मुझे समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? नेहरू सरनेम रखने से शर्मिंदगी क्यों है. नेहरू सरनेम रखने से क्या शर्मिंदगी है? इतना बड़ा महान व्यक्तित्व…आपको मंजूर नहीं है…परिवार को मंजूर नहीं है और आप हमारा हिसाब मांगते हो.” उन्होंने कहा कि, “यह सदियों पुराना देश, जन-जन की पीढ़ियों की परंपरा से बना हुआ है, यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं है.”
देश देख रहा है, एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा हैः #RajyaSabha में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा पर जवाब देते हुए पीएम @narendramodi #ModiInParliament #BudgetSession pic.twitter.com/s6nKe3IkrH
— SansadTV (@sansad_tv) February 9, 2023
पीएम ने कहा कि, “किस पार्टी और सत्ता में बैठे लोगों ने अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग किया? 90 बार चुनी हुई सरकारें गिराई गईं, कौन थे वो लोग? एक प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 356 का 50 बार उपयोग किया और वह नाम है इंदिरा गांधी. केरल में साम्यवादी सरकार चुनी गई जिसे पंडित नेहरू ने पसंद नहीं किया और उसे गिरा दिया गया.” कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए पीएम ने कहा कि, “ये विज्ञान और तकनीक के विरोधी भी हैं. ये हमारे वैज्ञानिकों को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते. इनको देश की चिंता नहीं है, इनको अपनी राजनीतिक उठा-पटक की चिंता है. डिजिटल लेनदेन में देश आज दुनिया का लीडर बना हुआ है. डिजिटल इंडिया की सफलता ने आज पूरी दुनिया को प्रभावित किया है.”