ABC NEWS: एक बार फिर कोरोना वायरस ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है. यूपी के लगभग हर शहर में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. राहत की बात यह है कि बेहद कम मरीज में वायरस के लक्षण हैं. लखनऊ के चिनहट में दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इंदिरानगर, एनके रोड और कैसरबाग रेडक्रास में एक-एक लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं पूर्वी यूपी में कोरोना संक्रमण के साथ ही इन्फ्लुएंजा के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. दोनों बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर आ गया है. सबसे ज्यादा खतरा कोरोना संक्रमण को लेकर बढ़ रहा है.
लक्षण वाले सभी मरीजों की कोविड जांच होगी
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग होगी. वायरस के वैरिएंट का पता लगाने के लिए यह कदम उठाए जाएंगे. सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले लक्षण वाले सभी मरीजों की कोविड जांच कराई जाएगी. लखनऊ सीएमओ ने संक्रमित मरीजों का नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजने का निर्देश दिया. जिलों के सभी अस्पताल के प्रभारियों को पत्र भेजा गया है.
डॉक्टरों की कोर टीम तैयार
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोविड की तैयारियों को लेकर डॉक्टरों की कोर टीम गठित है. इसमें मेडिसिन, पीडिया, जनरल सर्जरी, एनेस्थीसिया और माइक्रोबॉयोलॉजी के डॉक्टर शामिल हैं. जरूरत पड़ने पर अन्य विभाग के डॉक्टरों को भी इसमें शामिल किया जाएगा.
कोरोना को लेकर रिजर्व हैं 200 बेड
गोरखपुर के अस्पतालों में 200 बेड रिजर्व किया गया. बीआरडी मेडिकल कॉलेज और एयरपोर्ट स्थित 100 बेड वाले टीबी अस्पताल में 100-100 बेड रिजर्व किए गए हैं। कोरोना की तीसरी लहर जनवरी 2022 में आई थी, तीसरी लहर खतरनाक नहीं थी. उसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर रहा है.
इन्फ्लुएंजा को लेकर भी शुरू हुई तैयारी
यूपी में इन्फ्लुएंजा के नए स्ट्रेन एच3एन2 का भी खतरा मंडरा रहा है, इसको लेकर भी तैयारियां तेज हो गई हैं. जिलों में जांच के लिए किट खरीदने के साथ ही किट की आपूर्ति पर ध्यान दिया जा रहा है. संक्रमितों के इलाज के लिए जिला अस्पतालों में वार्ड तैयार किए गए हैं. कई अस्पतालों बेड रिजर्व किए गए हैं.