ABC NEWS: यूपी के बिजलीकर्मियों की तीन दिनी हड़ताल गुरुवार रात 10 बजे से प्रारम्भ होगी. उप्र के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में देशभर के 27 लाख बिजलीकर्मी सड़कों पर उतरे हैं. इस बीच बिजली कर्मचारियों की यूनियन ने शासन को चेताया है कि शान्तिपूर्ण आन्दोलन के दौरान किसी भी बिजलीकर्मी को गिरफ्तार किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ जेल भरो आन्दोलन शुरू होगा.
बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल से पहले ही बुधवार की रात से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है. इससे कई जिलों में स्थिति गंभीर हो गई है. जहां फास्ट के कारण बिजली कट रही है, वहां जुट नहीं पा रही है. कई जिलों में तो शिकायतें ही नहीं सुनी जा रही हैं. कंट्रोल रूप का नंबर भी नॉट रिचेबल है. इससे वाराणसी, गोंडा और मेरठ में सबसे ज्यादा दिक्कतें देखी जा रही हैं.
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर गुरुवार से लखनऊ में बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं का कार्य बहिष्कार शुरू हो गया. बिजली कर्मचरियों ने राणा प्रताप मार्ग फील्ड हास्टल पर प्रदर्शन किया. कार्य बहिष्कार के दौरान बिल संशोधन, मीटर फीडिंग संबंधी कोई कार्य नहीं होगा. संगठन के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजली कर्मियों पर हड़ताल थोपी जा रही है.
कहा कि 3 दिसम्बर 2022 को हुए समझौते में ऊर्जा मंत्री की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया था अब 112 दिन बीत गये हैं और लेकिन कोई भी कदम नहीं उठाया जा रहा है. वहीं यूपी पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने कार्य बहिष्कार से इंकार किया है. एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने कहा कि संगठन के सभी सदस्य पूर्व की भांति नियमित कार्य करेंगे.