ABC NEWS: यूक्रेन में रूस लगातार हमले कर रहा है. जब रूसी सेना कई मोर्चों पर यूक्रेन के आगे घुटने टेक चुकी है तो रूस ने ड्रोन और मिसाइल हमले का सहारा लिया है और पावर स्टेशन्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बना रहा है. वहीं रूस भी अब दावा कर रहा है कि उसके क्षेत्र में यूक्रेन ड्रोन हमल कर रहा है. रूस में कुर्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि यूक्रेन से सटी सीमा के पास एक ऑइल टैंक स्टोरेज पर हमला किया गया जिसके बाद उसमें आग लग गई.
टेलिग्राम मेसेजिंगद ऐप पर इस बात की जानकारी दी गई। हालांकि इस हमले में किसी की जान जाने की पुष्टि नहीं की गई है. रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि पहले भी यूक्रेनी ड्रोन दो एयरबेस पर हमला कर चुके हैं. इसमें रयाजान और सारातोव शामिल हैं जो कि दक्षिण-मध्य एशिया में हैं। इसमें तीन जवानों की मौत हो गई और चार घायल हो गए थे। इसके अलावा दो एयरक्राफ्ट भी क्षतिग्रस्त हो गए थे.
हालांकि यूक्रेन ने किसी भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. जब से मॉस्को ने यूक्रेन पर हमला किया है तब से रूस में होने वाला यह सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने यूक्रेन के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा कि सोमवार को जो ड्रोन रूस में हमला कर रहे थे वे यूक्रेन से ही लॉन्च किए गए थे. इजरायल की सैटलाइट इमेजिंग कंपनी इमेजसैट इंटरनेशनल ने तस्वीरें भी साझा की हैं जिनमें दिख रहा है कि द्यागिलोवो एयरबेस के पास विमान जल गए हैं.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को आतंकी घटना करार दिया है. उनका दावा है कि लो फ्लाइंग ड्रोन को मार गिराया गया है. मॉस्को से 185 किलोमीटर दूर रयाजाना बेस पर मौत की भी पुष्टि हुई है. वहीं सारातोव बेस यूक्रेन से 600 किलोमीटर की दूरी पर है. रूस के जानकारों का कहना है कि अगर यूक्रेन रूस के इतने अंदर तक हमला कर सकता है तो वह मॉस्को को भी निशाना बना सकता है.
वहीं यूक्रेन के इस कथित हमले के बाद रूस ने भी यूक्रेन पर हमला किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि 17 जगहों को हिट किया गया है. बता दें कि रूसी हमले की वजह से ठंड के इन दिनों में यूक्रेन में बिजली का ब ड़ा संकट बना हुआ है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस के मिसाइल हमले में कम से कम चार लोगंं की मौत हो गई. उन्होंने दावा किया कि रूस की तरफ से 70 मिसाइलें दागी गई हैं.