ABC News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से वीर सावरकर को लेकर दिए गए बयान ने उनके सहयोगी दल को भी नाराज कर दिया है. राहुल गांधी के बयान पर शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. साथ ही ठाकरे गुट के सांसदों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की डिनर पार्टी का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
खरगे ने तमाम विपक्षी दलों के सांसदों के लिए सोमवार शाम को अपने घर पर डिनर रखा है. उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने पुष्टि की है कि वीर सावरकर के अपमान के मुद्दे पर उनके दल का कोई भी नेता इस डिनर में शामिल नहीं होगा. दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार (25 मार्च) को पीसी के दौरान कहा था कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है. गांधी किसी से माफी नहीं मांगता. राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी समेत कई दलों ने उनका विरोध किया. वहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस की साथी उद्धव ठाकरे की पार्टी भी इस बयान से खफा है. राहुल गांधी की सावरकर पर टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. 14 साल तक उन्हें जेल में अकल्पनीय यातनाएं झेलनी पड़ीं. उन्होंने कहा कि उद्धव गुट, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया गया और हमें एकजुट होकर काम करने की जरूरत है. राहुल गांधी को जानबूझकर उकसाया जा रहा है, लेकिन अगर हम इसमें समय बर्बाद करते हैं तो लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. इस मामले पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सावरकर के मुद्दे पर उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी चर्चा करेंगे. लोकतंत्र बचाने के किए शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी साथ आए हैं. वहीं संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर हमारे और देश के लिए श्रद्धा का विषय हैं. अंडमान में 14 साल तक काला पानी की सजा आसान नहीं है. ऐसी टिप्पणी पर महाराष्ट्र की जनता करारा जवाब दे सकती है. हम आपके साथ हैं, लेकिन वीर सावरकर हमारे प्रेरणास्रोत हैं. सोमवार को बीजेपी-शिवसेना सांसदों ने वीर सावरकर पर राहुल गांधी के बयान के खिलाफ संसद में शिवाजी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया.