ABC NEWS: जानलेवा सर्दी का सितम सोमवार को भी कानपुर में बरपा. हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से 20 लोगों की मौत हो गई। इनमें 17 दिल का दौरान पड़ने से दुनिया छोड़ गए. वहीं, पहली बार शहर में ब्रेन स्ट्रोक से 14 साल के किशोर की जान चली गई. अभी तक स्ट्रोक से ज्यादातर बुजुर्गों की मौत का मामला सामने आया था पर किशोर की मौत से डॉक्टर भी अवाक हैं. उधर, कार्डियोलॉजी में हाहाकार मचा है. रविवार रात से सोमवार दोपहर तक 44 मरीजों को गंभीर हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. 33 की जिंदगी बचाने के लिए एंजियोप्लास्टी की गई.
हैलट अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अमितेश सिंह के मुताबिक ब्रेन स्ट्रोक से किदवई नगर के रहने वाले किशोर शगुन पासवान की मौत ठंड एक्सपोजर की तकलीफ से हुई. शगुन की मौत से परिजनों में कोहराम मचा तो मोहल्ले वाले हैरान हैं. इसके अलावा बुजुर्ग किशन (82) और जयेश (73) की मौत ब्रेन स्ट्रोक से हैलट इमरजेंसी में हुई.
उधर, एलपीएस कॉर्डियोलाजी के इमरजेंसी कंट्रोल रूम के ड्यूटी ऑफिसर डॉ. अंशु शुक्ला ने सोमवार को निदेशक प्रो. विनय कृष्णा को दी गई रिपोर्ट में साफ किया है कि संस्थान में तीन मरीजों की मौत इलाज के दौरान हुई जबकि 14 यहां लाए जाने पर ब्रॉट डेड घोषित किए गए.
कानपुर में कार्डियोलॉजी संस्थान में 9 जनवरी तक हार्ट अटैक से मरने वालों के जो आंकड़े आए हैं वो काफी डरा रहे हैं. चिंता की बात ये है कि इन 9 दिनों में युवाओं की तुलना में 6 गुना ज्यादा बुजुर्गों की हार्ट अटैक से मौत हुई है.
बुजुर्गों की मौत का आंकड़ा 28 पहुंचा
अभी तक 30 से 40 साल के 5 युवाओं की मौत हुई है. वहीं 60 और इससे ऊपर की उम्र के बुजुर्गों की मौत का आंकड़ा 28 पहुंच गया है. इसमें 41 से 50 साल के 9 मरीजों की मौत तो वहीं 50 से 60 साल के 12 मरीजों की मौत हुई है. ये सभी मरीज कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में भर्ती थे. इनकी इलाज के दौरान मौत हुई है.
70 ऐसे मरीज जो अस्पताल पहुंचने से पहले मर चुके थे
चिंता वाली बात ये है युवाओं की तुलना में बुजुर्गों की मौत का आंकड़ा 6 गुना ज्यादा है. अभी इनमें वो मौतें शामिल नहीं हैं जो मरीजों को कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल लाते समय रास्ते में हुईं.कार्डियोलॉजी में इन 9 दिनों में 70 ऐसे मरीज पहुंचे हैं जिनकी पहले ही मौत हो चुकी थी. इनको हॉस्पिटल में देखते ही मृत घोषित कर दिया गया था. इसके अलावा शहर के अन्य हॉस्पिटलों में जिनकी मौत हार्ट अटैक से मौत हुई होगी, वो अलग हैं.
बुजुर्गों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक
कानपुर कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विनय कृष्णा का कहना है सर्दी में अक्सर देखा जाता है कि बुजुर्गों को हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन इस बार एकाएक सर्दी की वजह से बुजुर्गों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक हो गया है. इस बार 3 जनवरी को यहां एक युवक की मौत हुई थी, वो 30 से 40 उम्र के बीच का था. उसके बाद अब तक इस आयु वर्ग में 5 मरीजों की मौत हुई है.
बुजुर्ग स्वास्थ्य को लेकर पूरी सतर्कता बरतें
बताया कि 7 जनवरी से अब तक ऑडियोलॉजी में किसी युवा की हार्ट अटैक से मौत नहीं हुई है. वहीं बुजुर्गों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. आज कार्डियोलॉजी में जिन 3 मरीजों की मौत हुई वो 60 साल से ऊपर के थे. ये आंकड़े इशारा कर रहे हैं कि बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य को लेकर पूरी सतर्कता बरतें. गर्म और फुल कपड़ों में रहें. गर्म पानी पीते रहें.