ABC NEWS: जून 2023 का नया सप्ताह आज 4 जून रविवार से शुरू हो रहा है. इस सप्ताह के पहले दिन ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान और दान है. आज के दिन पुरी के मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी को सहस्रधारा स्नान कराया जाता है. इस सप्ताह में ही हिंदू कैलेंडर का चौथा माह आषाढ़ प्रारंभ हो रहा है, जो धार्मिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है. इसके अलावा कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी या आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी और मासिक कालाष्टमी व्रत भी आने वाला है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि जून के दूसरे सप्ताह के व्रत और त्योहार कब हैं?
जून 2023 दूसरा सप्ताह: व्रत और त्योहार
4 जून, दिन-रविवार: भगवान जगन्नाथ का सहस्रधारा स्नान, ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान और दान, कबीर जयंती
5 जून, दिन-सोमवार: आषाढ़ माह की शुरूआत
7 जून, दिन-बुधवार: आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी या कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
9 जून, दिन-शुक्रवार: पंचक प्रारंभ
10 जून, दिन-शनिवार: आषाढ़ मासिक कालाष्टमी व्रत
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2023 स्नान-दान
इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा का स्नान और दान 4 जून रविवार को है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पाप मिटते हैं और अपनी क्षमता अनुसार दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन पुरी के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ का सहस्रधारा स्नान होगा. 108 घड़ों के जल से भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को स्नान कराया जाता है. इसको स्नान यात्रा के नाम से भी जानते हैं.
आषाढ़ माह 2023 की शुरुआत
आषाढ़ माह का प्रारंभ 5 जून सोमवार से हो रहा है. उस दिन आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. आषाढ़ मास में भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि मां दुर्गा के उपासना का पर्व है. आषाढ़ माह में देवशयनी एकादशी आती है, उस दिन से चातुर्मास शुरू होता है. इसमें शुभ कार्य नहीं होते हैं. आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाते हैं. इस दिन व्यास पूर्णिमा भी होती है.
आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी 2023
आषाढ़ की संकष्टी चतुर्थी को कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी भी कहा जाता है. इस साल आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी 7 जून दिन बुधवार को है. इस दिन व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करते हैं और रात के समय में चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत को पूरा करते हैं. चंद्रमा की पूजा के बिना यह व्रत पूर्ण नहीं होता है. पूजा के समय संकष्टी चतुर्थी की व्रत कथा जरूर पढ़ें या सुनें. इससे व्रत का महत्व पता चलता है.
पंचक जून 2023
इस माह में पंचक 9 जून शुक्रवार से लग रहा है. 13 जून मंगलवार को पंचक का समापन हो जाएगा. पंचक के समय में कुछ कार्यों को करना वर्जित होता है क्योंकि इससे अशुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
आषाढ़ मासिक कालाष्टमी व्रत 2023
मासिक कालाष्टमी व्रत 10 जून शनिवार को है. इस दिन व्रत रखकर रुद्रावतार कालभैरव की पूजा करते हैं. ये तंत्र और मंत्र के देवता है. इनकी पूजा से तंत्र बाधा, रोग, ग्रह दोष, भय आदि दूर होते हैं. हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कालाष्टमी व्रत रखा जाता है.
प्रस्तुति: भूपेंद्र तिवारी