ABC NEWS: कानपुर सेंट्रल स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से परिपूर्ण करने के लिए शुक्रवार को कंपनी चुन ली जाएगी. उत्तर-मध्य रेलवे में टेंडर खोले जाने को लेकर अधिकारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. देश की कई नामी कंपनियों ने इस कार्य का जिम्मा उठाने के लिए टेंडर अप्लाई किया है. हालांकि, मौका किसको मिलेगा, यह टेंडर के खुलने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा.
केंद्र की योजना में नौ रेलवे स्टेशन शामिल
केंद्र सरकार की अत्याधिनक रेलवे स्टेशन तैयार करने की योजना में प्रदेश के नौ रेलवे स्टेशन शामिल किए गए हैं. इसमें उत्तर-मध्य रेलवे का मुख्यालय प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल भी शामिल हैं. सेंट्रल स्टेशन की इमारत में ग्रीन एनर्जी इन्वायरमेंट बिल्डिंग के अलावा कोई अन्य बदलाव किए बगैर जीर्णोद्धार किए जाने की योजना तो है ही, साथ ही इस व्यस्ततम रेलवे स्टेशन में यात्रियों के लिए बड़े मॉल, फूड प्लाजा, होटल, एयपोर्ट की तरह हाइटेक पार्किंग, प्रवेश निकासी के अलग द्वार तैयार किए जाएंगे.
12 हजार करोड़ रुपए होंगे खर्च
इसके साथ ही स्टेशन के अंदर हर प्लेटफार्म पर टिकट से लेकर दिव्यांग व वृद्ध यात्रियों के लिए सुविधाजनक व्यवस्था को लेकर भी योजना है. केंद्र सरकार इस योजना के तहत नौ स्टेशनों के विकास के लिए 12 हजार करोड़ रुपए तक खर्च कर रही है. कानपुर सेंट्रल में वर्ल्ड क्लास डेवलेपमेंट में 712 करोड़ रुपए तक खर्च किए जाएंगे. यह कार्य कार्यदायी संस्था को तय समय में पूरे करने होंगे.
चुनाव नजदीक, तेजी से होगा काम
राजनीतिक जानकारों की माने तो वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए रेलवे स्टेशन का विकास तेज गति के साथ किया जा सकता है. यानी जो कंपनी टेंडर लेगी, उसे डेवलेपमेंट वर्क में तेजी दिखाते हुए एक साल के भीतर अंतिम रूप देना होगा. रेलवे सूत्रों की माने तो अलग-अलग कार्य को लेकर कंपनियों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है.