ABC NEWS: रामचरितमानस विवाद को लेकर समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में अब समाजवादी पार्टी की सदस्या रद्द होने का खतरा भी बढ़ गया है. मामला चुनाव आयोग की चौखट तक पहुंच गया है. दरअसल, विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है. इसमें VHP ने चुनाव आयोग से सपा की मान्यता रद्द करने की मांग की है.
राजद की भी मान्यता पर संकट
VHP ने चुनाव आयोग को लिखे पत्र में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की भी मान्यता रद्द करने की मांग की है. इस संबंध में विहिप का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल जल्द ही मुख्य चुनाव आयुक्त से मिल भी सकता है. इसके लिए प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयुक्त से समय मांगा है.
नियमों का उल्लंघन किया गया
विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष का कहना है कि इन दोनों पार्टियों के नेताओं ने रामचरितमानस को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है और इन पार्टियों के प्रमुखों ने टिप्पणी करने वाले नेताओं के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. ऐसे में जिन नियमों के तहत राजनीतिक पार्टियों का पंजीकृत किया गया है, उन नियमों का उल्लंघन हुआ है.
यह है VHP का आरोप
VHP का आरोप है कि समाजवादी पार्टी के MLC स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने हाल के बयानों में ‘रामचरितमानस’ का अपमान किया. इतना ही नहीं उनके बयानों का ही असर है कि लखनऊ में ‘रामचरितमानस’ की कुछ प्रतियां जलाई गईं. इससे देश के बड़े वर्ग की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. जानबूझकर की इस हरकत के चलते हिन्दू समाज में आक्रोश पैदा हो रहा है. आरोप है कि सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उनका प्रमोशन कर दिया. सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को महासचिव बना दिया.
चंद्रशेखर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
वहीं, राजद को लेकर भी VHP ने गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप है कि राजद नेता चंद्रशेखर ने भी रामचरितमानस और अन्य पवित्र ग्रंथों की जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण आलोचना की है. इससे हिन्दू समाज में आक्रोश पैदा हो रहा है और इससे अविश्वास पैदा हुआ है. उन्होंने राजद ने चंद्रशेखर के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.