ABC News: कानपुर देहात में बारा के नाथका पुरवा में हाईटेंशन लाइन के टावर पर चढ़ा युवक फंस गया, उसे उतारने में पुलिस के पसीने छूट गए. हालांकि करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद नीचे उतारा जा सका और पूछताछ में उसने जो वजह बताई उसे सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई. उसने साथ चढ़ने वाले अपने दो और साथियों के नाम पुलिस को बताए हैं.
बारा के नाथ का पुरवा गांव में हाईटेंशन लाइन के टावर पर बुधवार को एक युवक को चढ़ा देखकर ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई. इस बीच ग्रामीणों की भीड़ लग गई और पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी. जानकारी हाेते ही पुलिस टीम पहुंच गई और युवक को नीचे उतारने का प्रयास शुरू किया. सबसे पहले पुलिस ने विद्युत अफसरों को सूचना देकर हाईटेंशन लाइन का करंट आपूर्ति बंद कराई. हाईटेंशन टावर पर रबर रिंग के बीच बैठे युवक से नीचे उतरने का कहा गया तो नीचे आने को तैयार नहीं हुआ. इसपर पुलिस ने फायर ब्रिगेड की टीम के एक सदस्य को सुरक्षात्मक तरीके से टावर पर चढ़ाकर युवक को नीचे उतारने का प्रयास शुरू किया. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा जा सका. पहले तो पुलिस उसे मानसिक बीमार समझती रही लेकिन युवक के नीचे आने पर सच्चाई सामने आई तो पुलिस वालों के भी होश उड़ गए. हाईटेंशन टावर से नीचे उतारा गया युवक कानपुर सचेंडी के धूलभूल गांव में रहने वाला चंद्रशेखर है. उसने बताया कि आसपास आबादी नहीं है, इसके चलते वह साथियों के साथ हाईटेंशन लाइन के टावर पर क्लंप चोरी करने के लिए चढ़ा था. टावर के बीच में चढ़ने के लिए सीढ़ीनुमा एंगल होते हैं, जिनसे वह ऊपर तक पहंचा. उसके साथ दो और साथी भी थे, जो फरार हो गए. पहलें करंट न होने के चलते वह ऊपर तार तक पहुंच गया लेकिन बाद में करंट का अहसास होते ही वह रबर लगे क्लंप पर बैठ ताकि बचा रहे. सीएफओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि मशक्कत के बाद युवक को हाईटेंशन लाइन के टावर से नीचे उतारा जा सका. पूछताछ में पहले तो वह इधर उधर की बात करता रहा लेकिन बाद में चोरी के इरादे से टावर पर चढ़ने की जानकारी दी. उसने दो साथियों के भी नाम बताए हैं. टीम को हैरानी है कि वह करंट से कैसे बचा रहा. विद्युत विभाग के अफसरों के मुताबिक हाईटेंशन लाइन में एक लाख दस हजार वोल्ट से लेकर सात लाख 65 हजार वोल्ट करंट प्रवाहित होता है. इस टावर में भी 7 लाख 65 हजार वोल्ट का करंट प्रवाहित हो रहा था, जिसे पुलिस की सूचना के बाद पावर ग्रिड कंट्रोल को सूचना देकर आपूर्ति बंद कराई गई.