ABC NEWS: विधानसभा में मंगलवार को तब अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई जब सपा के सदस्य अतुल प्रधान सदन की कार्यवाही का फेसबुक लाइव करने लगे. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सूचना मिलते ही इसका संज्ञान लिया और सख्त कार्रवाई करते हुए अतुल प्रधान को तुरंत सदन का पूरे सत्र के लिए त्याग करने के निर्देश दिए. बाद में सपा सदस्योंं के आग्रह पर उन्होंने अपने निर्देशों को शिथिल करते हुए पहले एक दिन और फिर बाद में दोपहर एक बजे तक निलंबित करने के निर्देश दिए. इस लिहाज़ से वह करीब 1.20 घंटे तक निलंबित रहे.
नारेबाजी का किया फेसबुक लाइव
हुआ यूं कि सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में उतर आए थे. इससे पहले वे नारेबाजी कर रहे थे. इसी दौरान सपा के सदस्य अतुल प्रधान अपने फोन से पूरी नारेबाजी आदि का फेसबुक लाइव करने लगे. नारेबाजी के बीच ही विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना जब सपा सदस्यों को संतुलित करने का प्रयास कर रहे थे, उन्हें जानकारी दी गई कि किसी सदस्य ने सदन की कार्यवाही का फेसबुक लाइव किया है. इस पर सतीश महाना ने कड़ी नाराज़गी जताते हुए घोषणा की कि सदन की कार्यवाही का फेसबुक लाइव किया गया है. जिन भी सदस्य ने यह कृत्य किया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इसी बीच उन्होंने सदन की कार्यवाही प्रथम बार 15 मिनट के लिए रोकी. इस पूरे प्रकरण की विधानसभा के अधिकारियों ने जांच की तो सामने आया कि सपा के अतुल प्रधान ने फेसबुक लाइव किया था. सदन की कार्यवाही दोबारा 11.40 पर शुरू होने पर सतीश महाना ने घोषणा की कि यह कृत्य अतुल प्रधान ने किया है. उन्हें नियमों और मर्यादा का उल्लंघन करने पर पूरे सत्र के लिए सदन का त्याग करने का निर्देश दिया जाता है. इस पर अतुल प्रधान अपनी सीट से उठे और सदन से बाहर चले गए.
सपा सदस्यों ने निलंबन अवधि कम करने का किया आग्रह
इसके बाद सपा के महबूब अली, सपा सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय ने आग्रह किया कि अध्यक्ष सतीश महाना अपने निर्देशों को शिथिल कर दें. चूंकि अतुल प्रधान पहली बार सदस्य बने हैं, उन्हें नियमों की विस्तृत जानकारी नहीं थी. ऐसे में उनकी सजा को सिर्फ एक दिन के लिए कर दिया जाए. अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि नियमों-कानून की जानकारी न होने पर अपराध कम नहीं हो सकता. सदस्य की जिम्मेदारी बनती है कि सदन में नियमों का पालन करें. नियमों के उल्लंघन में वह कोई छूट नहीं देंगे. सपा के सदस्यों द्वारा बार-बार आग्रह करने पर सतीश महाना ने उन्हें पहले एक दिन मंगलवार के लिए सदन त्यागने के निर्देश की बात कही लेकिन सपा सदस्यों के बार-बार अनुरोध करने पर उन्होंने उनके निलंबन का समय दोपहर 1 बजे तक के लिए कर दिया.