ABC News: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने श्रीकांत त्यागी मामले में नाम लिए जाने से नाराज होकर गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के खिलाफ लीगल नोटिस भेजा है. उन्हें 11.5 करोड़ से अधिक का लीगल नोटिस भेजा गया है. मौर्य पर श्रीकांत त्यागी की गाड़ी को विधानसभा का पास दिलाने के आरोप लगे हैं. नोएडा की एक सोसाइटी में महिला के साथ अभद्रता करने सहित अन्य मामलों में श्रीकांत त्यागी को अरेस्ट किया गया है.
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर ने वि.स. पास को लेकर श्रीकांत त्यागी प्रकरण में बिना जांच-पड़ताल किये गैर जिम्मेदाराना हरकत कर प्रेस के माध्यम से पूरे देश में मेरी छवि-प्रतिष्ठा एवं लोकप्रियता को धूमिल करने का प्रयास किया, उसके परिप्रेक्ष्य में मानहानि करने सम्बन्धी कानूनी नोटिस भेजी। pic.twitter.com/ESAM72R9bE
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) August 13, 2022
स्वामी प्रसाद मौर्य का आरोप है कि तत्थों को जांचे बिना पुलिस गैर-जिम्मेदारी से उनका नाम ले रही है और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आज एक ट्वीट किया, ‘पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर ने वि.स. पास को लेकर श्रीकांत त्यागी प्रकरण में बिना जांच-पड़ताल किए गैर जिम्मेदाराना हरकत कर प्रेस के माध्यम से पूरे देश में मेरी छवि-प्रतिष्ठा एवं लोकप्रियता को धूमिल करने का प्रयास किया, उसके परिप्रेक्ष्य में मानहानि करने संबंधी कानूनी नोटिस भेजी.’ सपा नेता ने हाई कोर्ट के वकील जे.एस.कश्यप के जरिए मानहानि का नोटिस भेजा है. यह नोटिस 12 अगस्त को यानी कल ही भेजी गई थी जिसकी कॉपी उन्होंने ट्विटर पर भी शेयर की है.
स्वामी प्रसाद इस मामले में बीजेपी को भी निशाना बना चुके हैं. दो दिन पहले उन्होंने देवरिया दौरे पर आरोप लगाया था कि वह अपना पाप छुपाने के लिए बातें बनाती है. उन्होंने कहा था, ‘ बीजेपी अपने पाप का चादर किसी और पर डालने की कोशिश कर रही है. बीजेपी अपने पाप को छुपाने के लिए बात बनाने में माहिर है. जब देखा कि बीजेपी बदनाम हो रही है तो फिर ढूंढकर स्वामी प्रसाद मौर्या का नाम खोज लाए. हमको लगता है अभी भी स्वामी प्रसाद मौर्या के नाम का भय बीजेपी नेताओं के दिल से नहीं गया है.’ गिरफ्तारी के बाद श्रीकांत त्यागी ने कहा था कि उसकी गाड़ी पर विधानसभा सचिवालय का जो स्टिकर लगा है वह उसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था.