ABC News: चुनाव आयोग द्वारा शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट को ‘असली’ शिवसेना बताए जाने पर उद्धव गुट के सांसद संजय राउत भड़के नजर आए. राउत ने चुनाव आयोग के फैसले को गलत बताते हुए जमकर निशाना साधा. राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के तौर पर मान्यता देने का निर्वाचन आयोग का फैसला ‘लोकतंत्र की हत्या’ है. इसके खिलाफ उनकी पार्टी लोगों के पास जाएगी.
राउत ने आगे कहा, आयोग का यह फैसला ‘राजनीतिक हिंसा’ का काम है. इसका उद्देश्य डर, बदले की भावना से शिवसेना को खत्म करना है. उन्होंने यह भी कहा कि सभी राजनीतिक दलों को चुनाव प्रहरी से राजनीतिक दल की परिभाषा पूछने की जरूरत है. राउत ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘चुनाव आयोग का आदेश शिवसेना को खत्म करने के लिए एक तरह की राजनीतिक हिंसा है. यह डर और बदले की भावना से किया गया है.’ उन्होंने शिवसेना का जिक्र करते हुए कहा कि एक पार्टी है जो 50 साल से अधिक पुरानी है और जिसके कुछ विधायक और सांसद दबाव में दलबदल कर गए हैं. उन्होंने चुनाव आयोग के फैसले को कानून, संविधान और लोगों की इच्छा का उल्लंघन बताया. राउत ने कहा, ‘पार्टी और लोग उद्धव ठाकरे के साथ हैं और कानूनी लड़ाई जारी रहेगी.’ चुनाव आयोग द्वारा एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना मानने के एक दिन बाद उद्धव ठाकरे ने अपने धड़े के नेताओं की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में भविष्य के कदम पर चर्चा हो सकती है. इस बैठक में पार्टी नेता और प्रवक्ताओं समेत बड़े नेता शामिल हो सकते हैं. यह बैठक ठाकरे के निवास मातोश्री में होगी. चुनाव आयोग के फैसले को शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.