ABC NEWS: UP के अब सभी रोडवेज बस अड्डे हाईटेक होंगे। इसके लिए पहले चरण में राज्य के सभी बड़े बस अड्डों को चिह्नित किया गया है. इस क्रम में सबसे पहले सभी अंतरराज्यीय बस अड्डों के साथ पर्यटन स्थल के बस अड्डों को प्राथमिकता में शामिल किया गया है. पहले चुनाव में कुल 100 डिजिटल स्क्रीन तैयार की जाएंगी. एक डिजिटल स्क्रीन की लागत लगभग 50 लाख के करीब आएगी. कानपुर के 4 बस अड्डे पर डिजिटल स्क्रीन लगाने का निर्णय लिया गया है. इसकी लागत लगभग दो करोड़ की आने की बात कही जा रही है.
कानपुर के चार बस अड्डों को मिली डिजिटल स्क्रीन
कानपुर महानगर के सभी बस अड्डों से लगभग 1000 से ज्यादा बसों का आवागमन रहता है. इस हिसाब से हर रोज रोडवेज के माध्यम से आने वाले यात्रियों की संख्या एक लाख के ऊपर आंकी जाती है. अंतरराज्यीय बस अड्डे झकरकटी में लगभग 700 से ज्यादा बसें हर रोज आती जाती है जिसमें अक्सर पूछताछ काउंटर पर बहुत लंबी लाइन लग जाती है और लोगों की बसें छूट जाती है. अब इस समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा.
सिग्नेचर सिटी बस अड्डा.
चार बस अड्डों में दो करोड़ रुपए की लागत आएगी
कानपुर के अंतरराज्यीय बस अड्डे झकरकटी के अलावा तीन और बस अड्डों में डिस्टर्ब वाल लगाई जाएंगी. इनमें दो करोड़ रुपए की लागत आएगी. दूसरे नंबर पर प्राथमिकता पर सिग्नेचर सिटी बस अड्डे को रखा गया है. इसी तरह चुन्नीगंज और फतेहपुर बस अड्डों में भी पहले चरण की स्कीम में डिजिटल वाल लगाने का फैसला रोडवेज ने लिया है.
यात्रियों को होगी आसानी, बचेगा समय
कानपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक लव कुमार सिंह ने बताया कि बढ़ती बसों की संख्या और यात्रियों को देखते हुए फैसला लिया गया है. इससे आने वाले समय में यात्रियों को काफी आसानी रहेगी. खास तौर से दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. स्क्रीन लगाने पर समस्या कम हो जाएगी। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में प्रदेश के लगभग सभी बस अड्डों को यह सुविधा मिल जाएगी.