ABC NEWS: डेंगू के बाद शहर में ब्रेन स्ट्रोक से लोग दम तोड़ रहे हैं. कानपुर में लगातार दूसरे दिन भी ब्रेन स्ट्रोक से मौत का मामला सामने आया है. ठंड शुरू होते ही कमजोर दिल वालों संग बुजुर्गों पर ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है. बुधवार को ब्रेन स्ट्रोक के तीन और मरीजों को हैलट में संचालित स्ट्रोक यूनिट में भर्ती कराया गया है.
कॉर्डियोलाजी में भीड़, एक की मौत
कमजोर दिल की समस्या को लेकर एलपीएस कॉर्डियोलाजी में भीड़ बढ़ने लगी है. भोर में हार्ट अटैक से जाजमऊ की सरोजनी देवी (79) की मौत हो गई है. लक्षणों के आधार पर हैलट इमरजेंसी से ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को तत्काल यूनिट में भेजा जा रहा है.
ब्रेन स्ट्रोक के लगातार बढ़ रहे मामले
दो दिनों में 10 मरीजों को भर्ती कराया गया तो उन्हें जीवनरक्षक इंजेक्शन लगने से गंभीर होने से बचाया गया. बुधवार को भी ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को जीवनरक्षक इंजेक्शन लगा दिया गया तो उन्हें समय रहते बचाया जा सका है. न्यूरोलाजी हेड डॉ. आलोक वर्मा का कहना है कि जीवनरक्षक इंजेक्शन को मंगाया गया है. अभी जितने थे, उनका प्रयोग हो चुका है.
एक हजार से अधिक मरीज पहुंचे
उधर, कॉर्डियोलाजी में दूसरे दिन हार्ट रोगियों की भीड़ लगी रही. शाम तक पहली बार ओपीडी एक हजार से ज्यादा मरीज पहुंचे. इमरजेंसी में 46 मरीजों को भर्ती किया गया है जबकि महिला की मौत के बाद कॉर्डियोलाजी में हार्ट अटैक के मरीजों को पहले परीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं.
शाम 6 बजे तक ओपीडी चलाने की तैयारी
हार्ट अटैक के 19 मरीज भर्ती किए गए लेकिन उसमें से सात मरीजों की इमरजेंसी में एंजियोप्लास्टी की गई है. कॉर्डियोलाजी के निदेशक प्रो. विनय कृष्णा के अनुसार, दो दिन से ठंड बढ़ी तो मरीजों की भीड़ भी आने लगी है, इसलिए अगले हफ्ते से शाम 6 बजे तक ओपीडी चलाने की तैयारी है. अभी मरीजों के हिसाब से ओपीडी चलाई जा रही है.