ABC NEWS: हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Research) रिपोर्ट के बाद अडानी की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं. अब भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) भी इस मामले को लेकर अलर्ट हो गया है. केन्द्रीय बैंक ने भारतीय बैंकों से कहा है कि अडानी ग्रुप को दिए गए कर्ज की पूरी जानकारी मांगी है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अडानी समूह को कब कितना कर्ज दिया गया है, बैंकों को इसकी पूरी जानकारी देने को कहा गया है.
बता दें कि भारतीय बैंकों का अडानी ग्रुप पर करीब 80,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जो ग्रुप के कुल कर्ज का 38 फीसदी हिस्सा है. कुछ बैंक अधिकारियों के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने भी बैंकों से अडानी ग्रुप पर उनके एक्सपोजर के बारे में जानकारी मांगी है. हालांकि, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जारी होने के बाद बैंक निवेशकों की चिंता दूर करने में जुटे हुए हैं.
अडानी के शेयरों में भारी गिरावट
इधर, पिछले छह कारोबारी दिन से लगातार अडानी ग्रुप के शेयर गिर रहे हैं. गिरावट का यह सिलसिला आज गुरुवार को भी जारी रहा. अडानी ग्रुप ने बुधवार को अपने FPO को कैंसिल करने का ऐलान कर दिया. इससे शेयर बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों की आज जमकर पिटाई हो रही है. रिटेलनिवेशक अडानी ग्रुप के शेयर को बेचने में लग गए हैं. ग्रुप के शेयर आज शुरुआती कारोबार में ही बीएसई पर लगभग 10% तक गिर गए. अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में लोअर सर्किट लग गया है. इतना ही नहीं बॉन्ड मार्केट में भी अडानी को तगड़ा झटका लगा है. अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के द्वारा जारी किए गए बॉन्ड की हालत ग्लोबल मार्केट में खराब है. इसमें भारी गिरावट देखने को मिली है.
आपको बता दें कि विवादों के बाद आज गुरुवार को पहली बार गौतम अडानी खुद सामने आए और FPO को कैंसिल करने की वजह बताई. उन्होंने कहा कि कंपनी ने यह निर्णय अपने ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए लिया है. ताकि बाद में निवेशकों को ज्यादा नुकसान न हों.
सिटी ग्रुप और क्रेडिट सुइस ने दिया झटका
इधर, शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा धोखाधड़ी के आरोपों के बाद बैंकों ने भारतीय टाइकून के फाइनेंस की जांच शुरू कर दी है. सिटीग्रुप इंक की फंड ब्रांच ने अडानी सिक्योरिटीज पर मार्जिन लोन देना रोक दिया है. इससे पहले खबर थी कि क्रेडिट सुईस की प्राइवेट बैंकिंग कंपनी ने जीरो लेंडिंग वैल्यू असाइन कर दी है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस लेंडर क्रेडिट सुइस ग्रुप एजी की प्राइवेट बैंकिंग इकाई ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड की तरफ से बेचे गए नोट्स को जीरो लेंडिंग वैल्यू दी.