ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में अक्टूबर में बारिश का 49 साल का रिकॉर्ड टूट गया. 6 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 55 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई. इससे पहले वर्ष 1973 में 72 मिमी बारिश हुई थी, उसके बाद अब 6 अक्टूबर को बारिश हुई. बुधवार और गुरुवार दोनों दिन मिलाकर कुल 60.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है. शुक्रवार सुबह से घने बादल बने हुए हैं, वहीं पूरी रात रुक-रुककर बारिश होती रही.
टाइफून नोरू का बना है प्रभाव
सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने टाइफून नोरू के प्रभाव से मौसमी गतिविधियां बदली हैं. विभाग का अनुमान है कि अगले 5 दिनों तक कानपुर परिक्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी. इस समय चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसी वजह से मानसून की वापसी कुछ दिनों के लिए टल गई है. टाइफून नोरू का असर खत्म होने के बाद ही मानसून की वापसी हो पाएगी.
बारिश से कई जगहों पर जलभराव
शुक्रवार सुबह से रुक-रुककर बारिश जारी है. इससे कई जगहों पर हल्का जलभराव भी हो गया है. जूही खलवा पुल, सर्वोदय नगर, विजय नगर, शास्त्री नगर, जेके टैंपल रोड, अनवरगंज ढाल, मरियमपुर रोड, गोविंद नगर मार्केट, मोतीझील रोड समेत अन्य जगहों पर जलभराव हो गया है. वहीं जलभराव को दूर करने के लिए नगर निगम ने टीमें सक्रिय कर दी हैं।\.
5.3 डिग्री कम हुआ तापमान
बारिश होने की वजह से मौसम सुहाना हो गया. इसके साथ ही ठंडक की आहट महसूस होने लगी है. गुरुवार को दिन का अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 5.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा है. रात का न्यूनतम तापमान सामान्य औसत के लगभग बराबर है. डॉ. पांडेय ने बताया कि इस साल मानसून सीजन की औसत सामान्य बारिश 804.3 मिमी है.
किसानों के लिए नुकसानदायक
मौसम विज्ञानी के मुताबिक इस मौसम में बारिश किसानों के लिए बेहद नुकसानदायक होती है. किसानों को सलाह दी गई है कि खेतों से जल निकासी की व्यवस्था कर लें. खेत में पानी भरा रहने से फसलों को नुकसान हो सकता है.
इस प्रकार है तापमान
अधिकतम-27.6 डिग्री सेल्सियस
न्यूनतम-21 डिग्री सेल्सियस
हवा की स्पीड- 3.8 किमी. प्रति घंटा
हवा में नमी- 98 परसेंट
बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
वर्ष- बारिश (मिमी. में)
1973- 72
1971- 73.6
1972- 73.5
1973- 72
2022- 55