ABC News: राज्यसभा में शुक्रवार को भारत में समान नागरिक संहिता लागू करने से जुड़ा प्राइवेट मेंबर बिल पेश किया गया. बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसे पेश किया. बिल को पेश करने के पक्ष में 63 वोट पड़े जबकि विपक्ष में 23 वोट डाले गए.
Opposition members oppose the introduction of The Uniform Civil Code in India Bill, 2020 by BJP member Kirodi Lal Meena in Rajya Sabha during the Private Member’s Legislative Business pic.twitter.com/Ts4tVxvOVX
— ANI (@ANI) December 9, 2022
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, डीएमके और तमाम विपक्षी दलों ने बिल पेश करने का जोरदार विरोध किया. बिल को पेश करने का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि मुसलमान अपनी चचेरी बहन से शादी करना सबसे सही मानते हैं क्या हिंदू ऐसा कर सकते हैं. इसीलिए सभी धर्मों की अलग-अलग परंपरा है. राज्यसभा में हंगामे होने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि किसी भी सदस्य को बिल पेश करने और अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाने का अधिकार है. इसके लिए राज्यसभा में बहस होनी चाहिए है. इस समय सरकार पर आक्षेप लगाना और विधेयक की आलोचना करने की कोशिश करना ठीक नहीं है. वहीं सीपीआई(एम) के सांसद जॉन ब्रिटास ने विधि आयोग की रिपोर्ट का हवाले देते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता की जरूरत नहीं है.