ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) चुन्नीगंज में बने कानपुर के पहले स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की स्थिति आम कूड़ा घरों जैसी ही है. दावा किया गया था कि स्मार्ट सिटी के तहत बने इन ट्रांसफर स्टेशन में कूड़े का एक भी कतरा नहीं दिखेगा. लेकिन मौजूदा स्थिति ऐसी है कि टनों कूड़ा कॉम्पैक्टर की बजाय जमीन पर ही पड़ा है. 3 में से एक कॉम्पैक्टर बीते 1 साल से खराब पड़ा है.
चारों तरफ गंदगी का अंबार, लोट रहे सुअर
चुन्नीगंज ट्रांसफर स्टेशन में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. कूड़ा और गंध से खड़ा होना भी मुश्किल है. स्टेशन के अंदर ही सुअर लोट रहे हैं. यहां नगर निगम की दर्जनों गाड़ियां पार्क होने लगी हैं. गाड़ियों से लाया जाने वाला कूड़ा सीधे जमीन पर ही फेंक दिया जाता है जबकि उन्हें सीधे कॉम्पैक्टर में डाला जाना चाहिए.
नई-नई गाड़ियां सड़ रहीं
स्मार्ट सिटी फंड से कूड़ा उठाने के लिए खरीदी गईं टाटा एस गाड़ियां चुन्नीगंज ट्रांसफर स्टेशन में खड़ी सड़ रही हैं. वहां तैनात कर्मचारियों ने बताया कि ये गाड़ियां 6 महीने से ज्यादा वक्त से खड़ी हैं. इन गाड़ियों को सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग उठाने के लिए स्पेशली खरीदा गया था.
1 साल से कॉम्पैक्टर पड़े हैं खराब
ट्रांसफर स्टेशन में 3 कॉम्पैक्टर लगे हैं. इनमें से 2 चालू हैं, जबकि एक कॉम्पैक्टर बीते 1 साल से खराब पड़ा है. बीते 1 साल में इसे रिपेअर तक नहीं किया जा सका है. बता दें कि कॉम्पैक्टर में ही कूड़ा कंप्रेस कर भवसिंह स्थित डंप तक ले जाया जाता है. 1 कॉम्पैक्टर की कीमत करीब 20 लाख रुपए है. शहर में बने अन्य ट्रांसफर स्टेशन के भी लगभग यहीं हालात हैं.
मामले में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय संखवार ने बताया कि ट्रांसफर स्टेशन में अगर इस तरह की कमियां हैं तो इन्हें तत्काल दूर किया जाएगा.