ABC NEWS: ग्रिड में खराबी के बाद पाकिस्तान की सरकार ने बिजली को बहाल कर दिया है. हाल ही में पाकिस्तान के कई इलाकों में बिजली का गुल हो जाना, भारी कर्ज में डूबे पाकिस्तान की कमजोर बुनियादी ढांचों की सूरत बयान करता है. सर्दियों मे जहां बिजली की खपत अमूमन कम होती है वहां 12 घटों तक पाकिस्तान में बिजली नहीं रहती है. जैसे ही शाम ढलती है वहां घरों में बिजली नहीं रहती है.
हालांकि, पाकिस्तानी सरकार का दावा है कि उन्होंने बिजली को बहाल कर लिया जाएगा. ऊर्जा मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने ट्विटर पर लिखा कि अधिकारियों ने देश भर में बिजली बहाल करना शुरू कर दिया है.
दस्तगीर ने पहले संवाददाताओं से कहा था, “हमने कुछ बाधाओं का सामना किया है, लेकिन हम इन बाधाओं को दूर कर लेंगे और सत्ता बहाल कर लेंगे.”
बिजली गुल होना के बारे में मंत्री ने कहा था कि यह वोल्टेज बढ़ने के कारण हुआ है. तीन महीने में ग्रिड की दूसरी बड़ी खराबी है और जिससे पाकिस्तान के लगभग 220 मिलियन लोगों को प्रभावित हुए हैं.
दस्तगीर ने कहा कि राजधानी इस्लामाबाद और बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिम प्रांत के कुछ हिस्सों में बिजली आ गई थी.
दक्षिणी शहर के बिजली प्रदाता के-इलेक्ट्रिक लिमिटेड के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर और आर्थिक केंद्र कराची में जल्द बिजली बहाल होने की संभावना है.
आईएमएफ ने पाकिस्तान को उबारा
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पिछले दो दशकों में पांच बार पाकिस्तान को उबारा है. हालांकि, इसकी हालिया बेलआउट किश्त समीक्षा पर सरकार के साथ मतभेदों के कारण अटकी हुई है, जिसे नवंबर में पूरा किया जाना चाहिए था.
पाकिस्तान के पास मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त स्थापित बिजली क्षमता है, लेकिन उसके पास अपने तेल और गैस से चलने वाले संयंत्रों को चलाने के लिए संसाधनों की कमी है. यह क्षेत्र कर्ज में इतना डूबा हुआ है कि यह बुनियादी ढांचे और बिजली लाइनों में निवेश करने का जोखिम नहीं उठा सकता है.
चीन ने अपने बिजली क्षेत्र में 60 अरब डॉलर की बुनियादी ढांचा योजना के हिस्से के रूप में निवेश किया है जो बीजिंग की “बेल्ट एंड रोड” पहल में शामिल है.