ABC News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को गुजरात में मोरबी की उस जगह पहुंचे जहां पुल हादसे में 135 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी. पीएम ने हेलिकॉप्टर से मोरबी में घटनास्थल का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने हेलिकॉप्टर से उतरकर उस जगह का जायजा लिया जहां ये भयावह हादसा हुआ था. पीएम मोदी के मौके पर पहुंचने से कुछ देर पहले वहां स्थानीय प्रशासन ने दुर्घटना स्थल पर ओरेवा के बोर्ड को सफेद चादर से ढक दिया.
ओरेवा ग्रुप (अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड) ने मोरबी पुल के संचालन और रखरखाव के लिए 15 साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. यह पुल लंबे समय के बाद लोगों के लिए खोला गया था. जिसके खुलते ही 30 अक्टूबर को यह ढह गया और हादसे में 135 लोग मारे गए. इसके बाद से ओरेवा कंपनी के बारे में चर्चा जोरों पर है. हादसे का जिम्मेदार ओरेवा ग्रुप को ही ठहराया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 1 नवंबर को स्थिति का जायजा लेने और जांच प्रक्रिया का मूल्यांकन करने मोरबी पहुंचे. शाम को पीएम मोदी को पुल के एक छोर पर वर्टिकल सस्पेंडर पर लगे कवर-अप ओरेवा बोर्ड के ठीक नीचे खड़ा देखा गया. इस बीच यह भी सामने आया है कि अहमदाबाद में ओरेवा की एक संपत्ति, ओरेवा फार्म, मंगलवार को बंद था.
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को मोरबी में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. जिसमें पुल दुर्घटना के मद्देनजर स्थिति की समीक्षा की गई. पीएम मोदी ने मंगलवार को मोरबी में घटना स्थल का दौरा भी किया. साथ ही उन्होंने मोरबी के सिविल अस्ताल में घायलों से मुलाकात की. इस हादसे में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि अधिकारियों को प्रभावित परिवारों के संपर्क में रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस दुखद घड़ी में उन्हें हर संभव मदद मिले. अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बचाव अभियान और प्रभावित लोगों को दी जाने वाली सहायता के बारे में जानकारी दी. पीएम मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि एक विस्तृत और व्यापक जांच की जाए जो इस दुर्घटना से संबंधित सभी पहलुओं की पहचान करेगी. इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, गुजरात सरकार में मंत्री बृजेश मेरजा, गुजरात के मुख्य सचिव, राज्य के डीजीपी, स्थानीय कलेक्टर, एसपी, पुलिस महानिरीक्षक, विधायक और सांसद समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.