ABC NEWS: कानपुर के चकेरी अंतर्गत सनिगवां में ज्योति हत्याकांड में सजा काटकर जमानत पर रिहा हुए आरोपित अमित कुमार के परिजनों ने सोमवार को जीटी रोड पर बैठकर जाम लगा दिया. साथ ही ज्योति के परिजनों पर हत्या कर शव को जला देने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया. इस दौरान आधा घंटा जीटी रोड पर जाम लगा रहा.
शिवकटरा निवासी अमित कुमार का शव सोमवार की दोपहर को पोस्टमार्टम प्रक्रिया के बाद घर पहुंचा. हंगामे की आशंका के चलते अमित के घर पर पहले से ही पुलिस बल तैनात था. इसके बाद परिजनों ने करीब साढ़े चार बजे जब परिजन अंतिम संस्कार के शव को ले जाने लगे तो जीटी रोड पर पहुंचकर उन्होंने शव रखकर सड़क जाम करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने शव को सड़क पर रखने नहीं दिया और धक्का मुक्की के साथ शव को दूसरे वाहन से अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया. इसके बाद महिलायें सड़क पर बैठ गईं और जाम लगा दिया. उनकी मांग थी कि करीब 15 दिन पहले उनका बेटा जेल से रिहा होकर आया था. शनिवार को वह कोर्ट में तारीख पर गया था। लेकिन उसके बाद से घर नहीं लौटा था। परिजनों का आरोप है कि ज्योति की हत्या के बाद उसके परिजन लगातार अमित को उसी तरह से हत्या कर जला देने की धमकी दे रहे थे.
परिजनों का कहना है कि अमित की हत्या ज्योति के परिजनों ने ही की है. उनकी पुलिस गिरफ्तारी करे. वह हाथ में तख्तियां लेकर हंगामा करते रहे। करीब आधा घंटा तक जीटी रोड की दोनों लेन पर जाम लगा रहा. फिर पुलिस ने परिजनों को सड़क के किनारे कर जाम खुलवाया. इसके बाद कार्रवाई किये जाने का आश्वासन भी दिया. थाना प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि अमित के परिजनों की तहरीर पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी.