ABC NEWS: कानपुर में कारोबारी से 28.78 लाख रुपये सेक्सटॉर्सन वसूलने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर अलग-अलग तरीकों से एक साल में ये वसूली की थी. वहीं आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पांच हजार रुपये का इनाम मिला.
ये मामला गुजैनी का है। 16 जून 2021 को एक कारोबारी के पास अंजली मेहता के नाम से फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट आई. कारोबारी ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली. जिसके बाद दोनों की बातचीत शुरू हो गई. इस दौरान कारोबारी से वाट्सएप नंबर मांगा गया जिसके बाद महिला की तरफ से कारोबारी को वीडियो कॉल आया. जिस पर रिकॉर्डेड वीडियो चलाया गया. अश्लील वीडियो देखते हुए कारोबारी के चार अश्लील वीडियो और फोटो खींच ली गई. इस वीडियो को कारोबारी को वाट्सएप कर कर दिया गया गया. अगले दिन कारोबारी को एक अज्ञात ने कारोबारी को फोन कर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपये मांगे. उसने कहा कि कि पैसे न देने पर वीडियो और फोटो यूट्यूब पर अपलोड कर दिए जाएंगे. कारोबारी ने डर के कारण प्रति वीडियो के हिसाब से 62 हजार रुपये दे दिया.
क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर वसूले लाखों रुपये
62 हजार रुपये देने के बाद भी कारोबारी को छुटकारा नहीं मिला. 19 जून 2021 को कारोबारी को फिर फोन आया. इस बार सामने वाले ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताते हुए 1 लाख 62 हजार रुपये मांगे. इस पर कारोबारी ने ये रकम संबंधित बैंक अकाउंट में डलवा दी. 28 जून 2021 को एक बार फिर कॉल पर अधिकारी बनके 50 हजार रुपये मांगे गए और कहा गया कि इसके बाद ये केस बंद हो जाएगा.
लड़की की मौत की झूठी खबर सुनाकर कारोबारी को किया ब्लैकमेल
कारोबारी का मामला यहीं नहीं थमा. एक बार फिर क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर आरोपियों ने कारोबारी को कॉल किया. इस बार उन्होंने बताया कि वे लड़की को पकड़ने गए थे लेकिन वह छत से कूद गई जिससे उसकी मौत गई. उसके मां-बाप समझौते के लिए नौ लाख रुपये मांग रहे हैं. कारोबारी ने इस बार भी जालसाजों की बातों में आकर रुपये खाते में डाल दी. इसके बाद फिर से केस खत्म करने के नाम पर नौ लाख रुपये मांगे गए.
28 जून 2022 को कारोबारी को जालसाजों ने फोन करके कहा कि बड़े अधिकारी सात लाख रुपये मांग रहे हैं जिस पर कारोबारी ने डर के कारण ये करुपये भी भेज दी. इसके बाद लगातार उसके पास वसूले के लिए फोन आने लगे. फिर कारोबारी को साइबर फ्रॉड की जानकारी हुई. उसने गोविंद नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
बैंक खातों की हुई पड़ताल
कारोबारी ने जालसाजों द्वारा मांगे गए रकम को आठ अलग-अलग खातों में डाला था. पुलिस ने इन खातों की पड़ताल की. तो सबसे पहले आगरा के सोनू पकड़ा गया.उसके जरिए अन्य दो आरोपी हरियाणा का अशोक कुमार और मथुरा का भगवत प्रसाद को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि इन तीनों को हरियाणा के जींद से गिरफ्तार किया गया था. तीन सिर्फ मोहरे हैं जिनके खातों का इस्तेमाल कर रकम मंगाए गए. इस गिरोह का असली सरगना फरार है.
सेक्सटॉर्शन क्या है
जब किसी तरह व्यक्ति से निजी तस्वीरें या वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रंगदारी वसूली जाती है. तो इसे सेक्सटॉर्शन कहा जाता है.