ABC NEWS: श्रीरामचरितमानस पर विवावदित बयान देने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है. मौर्य को खुद उनकी ही पार्टी के विधायक घेरने में लगे हैं. मौर्य के बयान को लेकर कुछ दिन पहले सपा विधायकों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. अब एक और विधायक ने विवादित बयान दिए जाने को लेकर नाराजगी जताई है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने उन पर हमला बोलते नजर आ रहे हैं. वायरल वीडियो चार फरवरी को गौरीगंज के रणंजय इंटर कालेज में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में का बताया जा रहा है.
वायरल वीडियो में राकेश प्रताप सिंह ने कथाव्यास देवब्रत को संबोधित करते हुए कहा कि मानस पर टिप्पणी से आपका मन व्यथित है, दुखी है तो मैं इतना जरूर कहना चाहूंगा कि यह गौरीगंज की धार्मिक धरती है. यहां छह किमी में तीन भागवत कथायें हो रही हैं. हर जगह श्रोता हैं। इससे प्रमाणित होता है कि गौरीगंज में धर्म भी है, धार्मिक भावनाएं भी और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने वाले लोग भी हैं. जब उस नेता द्वारा कही गई बात मेरे हृदय को कचोटने लगी तो सबसे पहले मैंने मीडिया के माध्यम से यह साहस जुटाया. कहा कि राजनीति रहे न रहे, विधायक रहूं न रहूं, आगे टिकट रहे न रहे, धर्म को बचाने के लिए आपका बेटा आपका भाई खड़ा रहेगा. मैंने पहले कहा कि जो इस तरह बात कर रहे हैं न तो वह सनातनी हैं न ही सच्चे समाजवादी. सच्चे समाजवादी तो प्रभु राम हैं जिन्होंने दलित वंचित को गले लगाया। जिन्होंने निषाद का साथ दिया.
शबरी के जूठे बेर खाए. उनके बारे में टिप्पणी करने वाला कतई सनातनी और समाजवादी नहीं हो सकता. वह केवल विक्षिप्त हो सकता है. उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि जब भी कोई मानस या धार्मिक चरित्र पर कुठाराघात करेगा तो सबसे पहले मैं उसका विरोध करूंगा. जिस व्यक्ति की वाणी से आपको पीड़ा पहुंची है ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उसे सदबुद्धि दें. मेरा दुर्भाग्य है कि वह मेरे दल का नेता है. धर्म पर कोई कुठाराघात करेगा, प्रभु राम प्रभु कृष्ण पर कोई गलत टिप्पणी करेगा तो उसका विरोध किया जाएगा.
तीसरी बार सपा से विधायक हैं राकेश
राकेश प्रताप सिंह सपा के टिकट पर लगातार तीसरी बार विधायक हैं. इससे पहले वे श्रीराम मंदिर के लिए चंदा देने के मामले में तथा मुसाफिरखाना क्षेत्र की दो सड़कों के मामले में त्यागपत्र देने को लेकर भी चर्चा में रहे थे.
छह दिन पहले ही सपा नेता रोली तिवारी ने खोला था मोर्चा
जनवरी में स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद से सपा नेता लगातार घिरते जा रहे हैं. भाजपा, बसपा ही नहीं स्वामी को खुद उनकी ही पार्टी के नेता और विधायक घेरने में लगे हैं. छह दिन पहले सपा नेता रोली तिवारी ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा था. ट्विट के जरिए रोली तिवारी ने लिखा, ब्राह्मण खतरे में है? पहले ट्वीट में सपा नेता रोली तिवारी ने लिखा था, जातीय जनगणना महत्वपूर्ण कार्य है. जनगणना होगी तो वंचितों शोषितों के लिए योजनाएं बनेंगी. सामाजिक समता समानता की बात होगी.
स्वामी को शास्त्रार्थ की चुनौती भी दे चुकी हैं रोली तिवारी
डॉक्टर रोली तिवारी लगातार स्वामी प्रसाद पर हमले करती आ रही हैं. उन्होंने स्वामी प्रसाद को शास्त्रार्थ करने की भी चुनौती दी थी. उन्होंने कहा था कि अगर वह शास्त्रार्थ में हार गईं तो राजनीति छोड़ देंगी. रोली तिवारी ने लिखा था कि हर तरफ सनातन धर्म के खिलाफ साजिश कर, हिंदू जातियों को बांटकर क्या देश में गृहयुद्ध जैसी भूमिका रची जा रही है? दूसरे ट्वीट में उन्होंने सीएम योगी से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रासुका लगाने की मांग की थी. उन्होंने लिखा था कि यूपी में धार्मिक उन्माद और जातीय संघर्ष फैलाने की चेष्टा करने वाले स्वामी प्रसाद पर NSA रासुका लगाई जाए. लिखा कि ऐसे धर्म द्रोहियों से राष्ट्र को खतरा है.