ABC NEWS: कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में रैगिंग के आरोपी छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की गई है. रैगिंग के दोषी नौ छात्रों को एक साल के लिए निलंबित किया गया है. इसके साथ ही हॉस्टल से निकाल दिया गया और 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. कुलपति की माने तो अनुशासनहीनता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इंजीनियरिंग ही नहीं, यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट के लिए यह कार्रवाई एक नजीर है.
रैगिंग के आरोपी इंजीनियरिंग विभाग के 9 छात्रों पर गिरी गाज
यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव के मुताबिक रैकिंग के मामले में जांच के बाद दोषी पाए गए छात्रों को कुलपति प्रो. विनय पाठक की अध्यक्षता में कमेटी के सामने रखा गया. जांच में बीटेक फर्स्ट ईयर के स्टूडेंटों पर रैगिंग के आरोप सही पाए गए. सेकेंड ईयर के स्टूडेंट रैगिंग के नाम पर फर्स्ट ईयर के शिवाजी ब्वॉयज हॉस्टल के छात्रों का प्रताड़ित कर रहे थे. जांच में आरोप सही पाए जाने पर बीटेक सेकेंड ईयर के शैलेश कुमार मौर्या, गौरव प्रताप सिंह, ऋत्विज राज, सुजीत कुमार, ओम प्रकाश आर्य, आदित्य प्रताप, रुपेश शुक्ला, विकास राव और प्रदीप कुमार के खिलाफ एक साल के लिए निलंबन की कार्रवाई की गई है.
इसके साथ ही हॉस्टल से बेदखल करने के साथ ही 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है. कड़ी कार्रवाई के बाद से यूनिवर्सिटी में जूनियर छात्रों ने राहत ली है. वहीं, सीनियर्स में दहशत का माहौल है.
फिल्मी स्टाइल में करते थे रैगिंग
जांच में सामने आया कि सीनियर अपने जूनियरों की बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में रैगिंग कर रहे थे. नचाने, गाने के साथ ही मारपीट भी करते थे. कोई भी जूनियर सिर उठाकर सीनियर के सामने से नहीं जा सकता था. जितनी बार सीनियर मिलते थे उतनी बार प्रणाम करने का सख्त सीनियर्स ने जूनियरों को दिया था. जांच में इन सभी की पुष्टि होने के बाद सेकेंड ईयर के नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.