ABC NEWS: जिस खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव दिख रहा है. उसके बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आ रही है कि निज्जर डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम की हत्या की फिराक में था. उसने 2014 में राम रहीम पर हमले की योजना बनाई थी.
निज्जर ने पाक में हथियारों, IED की ट्रेनिंग ली थी: सूत्र
सूत्रों के हवाले से ये भी पता चला है कि आतंकवादी निज्जर को उस दौरान भारत का वीजा नहीं मिला था. निज्जर साल 2012 में पाकिस्तान भी गया था. जहां निज्जर ने पाक में हथियारों, IED की ट्रेनिंग ली थी. आपको बताते चलें कि NIA ने निज्जर के खिलाफ कई केस दर्ज किए थे. क्योंकि निज्जर पंजाब में 200 से ज्यादा हत्याओं में शामिल था.
निज्जर कोई धार्मिक गुरु नहीं बल्कि एक हत्यारा था
भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार किए गए एक डोजियर में दावा किया गया है कि निज्जर कोई धार्मिक गुरु नहीं बल्कि एक हत्यारा था. निज्जर ने अपने चचेरे भाई और गुरुद्वारे के पूर्व अध्यक्ष रघबीर सिंह निज्जर को धमकी देकर सिख मंदिर का प्रमुख बन गया था. डोजियर में कहा गया है कि निज्जर खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के आतंकवादी गुरदीप सिंह उर्फ दीपा हेरनवाला का पुराना सहयोगी था, जो 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में पंजाब में 200 से अधिक हत्याओं में शामिल था. उसे एक अन्य गिरोह के सरगना गुरनेक सिंह उर्फ नेका ने अपराध में शामिल किया था.
जाली पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया
डोजियर में कहा गया है कि निज्जर 1996 में “रवि शर्मा” के नाम पर जाली पासपोर्ट पर कनाडा भाग गया और ट्रक ड्राइवर और प्लंबर के रूप में अपनी पहचान बना ली. इसमें कहा गया है कि वह पाकिस्तान स्थित केटीएफ प्रमुख जगतार सिंह तारा के संपर्क में आया और अप्रैल 2012 में बैसाखी जत्था सदस्य होने की आड़ में पाकिस्तान का दौरा किया. तारा के संपर्क में आते ही वह कट्टरपंथी बन गया था और पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा ट्रेन किया गया था. तारा ने उसे 2012 और 2013 में हथियार और विस्फोटक प्रशिक्षण दिया था.