ABC NEWS: मथुरा में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मोबाइल ले जाने पर जल्दी ही रोक लग सकती है. माना जा रहा है कि मंदिर में भीड़ का एक कारण मोबाइल हैं, जिसके द्वारा अधिकांश श्रद्धालु रील बनाने और फोटो खींचने के कारण ज्यादा देर मंदिर में रुकते हैं. इसकी तैयारी शुरू हो गई है. बुधवार को एक निजी डिजिटल कंपनी ने एसएसपी कार्यालय में इसका प्रेजेंटेशन दिया. इसको लेकर जल्द ही कंपनी द्वारा पुलिस-प्रशासन के अधिकारी, मंदिर प्रबंधन, सेवायत, व्यापारी आदि के साथ बैठक होगी. इनकी सहमति बनी तो यह व्यवस्था लागू हो सकती है.
पीएसए डिजीटल इंडिया लिमिटेड के सीईओ मनीष आहूजा ने बताया कि मद्रास हाईकोर्ट ने मंदिर की पवित्रता,सुरक्षा का हवाला देते हुए तमिलनाडु के मंदिरों में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिये थे. इसके चलते विभिन्न प्रदेश के मंदिरों में यह व्यवस्था धीरे-धीरे लागू की जा रही है. उज्जैन में महाकाल मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर में उनके द्वारा यह व्यवस्था शुरू की जा रही है. इसके तहत उनकी टीम मथुरा के ठाकुर बांके बिहारी के प्रवेश व निकास मार्गों का सर्वे करने के बाद एसएसपी कार्यालय पहुंची.
कंपनी सीईओ मनीष आहूजा, कंपनी सैल्स एवं मार्केटिंग हैड सुभाष महापात्र ने एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय के समक्ष दिखाया कि कैसे क्यूआर पैकेट में मोबाइल रख आरएफआईडी लॉक सिस्टम से पैकेट लॉक करके मोबाइल धारक को दे दिया जायेगा. इस दौरान उनके मोबाइल को एयरोप्लेन मोड पर कर दिया जायेगा ताकि उन्हें व अन्य श्रद्धालुओं को दर्शन करते समय मंदिर के अंदर किसी प्रकार की असुविधा न हो और मंदिर से निकलने के बाद बाहर कंपनी के लगे स्टैंड टैबल पर आरएफआईडी लॉक को खोल पैकेट से मोबाइल निकाल कर श्रद्धालु को दे दिया जायेगा. इसके एवज में कंपनी पांच रुपये चार्ज लेगी. इसमें से 30 प्रतिशत धनराशि मंदिर प्रबंधन को मंदिर के विकास कार्य को दे दी जाएगी.
क्यों हो मंदिर के अंदर मोबाइल बैन
– मंदिर के गर्भगृह में जहां आराध्य की पूजा की जाती है, मोबाइल फोन के प्रयोग से पूजा के कार्य में ध्यान भटक सकता है.
– मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल से फोटो-वीडियो बनाने, बातचीत करने से अन्य श्रद्धालुओं को असुविधा होती है और भीड़ बढ़ती है.
– मंदिर में मोबाइल ले जाने से जेब कतरे मोबाइल चोरी कर सकते हैं.
– भीड़ की स्थिति में अवांछनीय तत्व मंदिर की भौगोलिक संरचना को लाइव कॉल या वीडियो बनाकर अवांछित घटना करा सकते हैं. इससे मंदिर की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है.
एसएसपी, शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि एक डिजीटल कंपनी के अधिकारी कार्यालय आये थे. उन्होंने मंदिर में दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं के मोबाइल को आरएफआईडी लॉक पाउच सिस्टम का प्रजेंटेशन देकर जानकारी दी. वह मंदिर की ओर आने वाले प्रवेश मार्ग पर बैरियर आदि के समीप अपने स्टैंड-फोल्डिंग टेबल लगाकर श्रद्धालुओं के मोबाइल पैकेट में बंद कर देंगे. मंदिर से निकलने के बाद मार्ग में लगे स्टैंड पर लॉक खोल कर श्रद्धालु का मोबाइल दे दिया जाएगा. इसे लेकर मंदिर प्रबंधन, सेवायत, व्यापारी अधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे. इसके बाद कोई निर्णय होगा.