ABC NEWS: पेशी के लिए कड़े सुरक्षा घेरे में महराजगंज से कानपुर लाए गए समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी पुलिस से काफी खफा नजर आए. उन्होंने कोर्ट परिसर में पुलिस वाहन से उतरने से पहले पुलिस के व्यवहार पर विरोध जताया. बोले, पेशाब तक नहीं करने दिया जा रहा है. इसके बाद पुलिस सुरक्षा घेरे में उन्हें पांचवी मंजिल मैं स्थित टॉयलेट ले गई.
विधायक को सुबह 10:00 बजे ही कोर्ट में ले आया गया. सुरक्षा घेरे में आए विधायक पहले वाहन से नहीं उतर रहे थे. पुलिस अफसरों के कहने पर वह नीचे उतरे। विधायक चिड़चिड़ा कर बोले, पेशाब तक नहीं करने दिया जा रहा है. इस पर उन्हें पहले टॉयलेट ले जाया गया. इरफान के समर्थक पीछे से आवाज लगाते रहे, विधायक चुपचाप चलते चले गए.
इरफान को जाजमऊ में दर्ज आगजनी के मामले में कोर्ट में पेश किया गया है. इस मामले में आरोपित इरफान के भाई रिजवान सोलंकी, शौकत अली, मोहम्मद शरीफ, इसराइल आटे वाले को भी जिला जेल से लाकर पेश किया गया. सभी आरोपितों के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं. पीड़ित महिला की गवाही होनी है। वकील न्यायिक अधिकारियों के सहयोग न करने के मुद्दे पर हड़ताल पर हैं. हड़ताल के चलते कचहरी में कई थानों का फोर्स और पीएसी तैनात रही. विधायक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है कि महिला के प्लाट पर कब्जा करने की नीयत से आगजनी की गई.
विधायक की पत्नी ने सीएम योगी को लिखी है चिट्ठी
विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इरफान को कानपुर जेल में शिफ्ट करने की मांग की गई है. वकील के जरिए भेजे गए पत्र में उन्होंने इरफान की खराब तबीयत का हवाला दिया है. उनकी दोनों किडनी में स्टोन और रीढ़ की हड्डी में दर्द रहता है. इससे 20 किलो वजन भी घटा है. उन्हें महाराजगंज से पेशी पर आने में तकलीफ होती है.
नसीम सोलंकी ने अधिवक्ता गौरव दीक्षित को पत्र सीएम को देने के लिए सौंपा है. कहा गया है कि पति को आठ झूठे मुकदमो में फंसाया गया है. उनका मानसिक व शारीरिक शोषण साजिशन किया जा रहा है. प्रशासन ने उनका स्थानांतरण महाराजगंज जेल कर दिया है. मुकदमों की सुनवाई की तिथि शीघ्र लगती है. उन्हें हर बार 400 किमी का रास्ता 18 घंटे में पूरा करना पड़ता है.
जेल प्रशासन पर जानवरों से भी बदतर व्यवहार करने का आरोप लगाया है. नसीम सोलंकी ने कहा कि परिवार वालों व वकील तक से नहीं मिलने दिया जाता है. इरफान को रमजान के महीने में जिला कारागार महाराजगंज से जिला कारागार कानपुर नगर स्थानान्तरित कर दिया जाए.