ABC NEWS: उन्नाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर यूपीडा की पेट्रोलिंग टीम व पीआरवी की लापरवाही से ट्रक चालक और उसके चचेरे भाई की जान चली गई. लोहे के एंगल से लदा एक ट्रक रात भर एक्सप्रेसवे पर खड़ा रहा और उसे हटवाया नहीं गया. सोमवार की सुबह कोहरे में खड़े ट्रक से मिनी ट्रक पीछे से टकरा गया. हादसे के बाद करीब 25 मिनट तक चालक व उसका चेचेरा भाई केबिन में फंसे रहे और तड़पकर उनकी मौत हो गई.
मैनपुरी जिला में करहल क्षेत्र के जलालपुर गांव निवासी 25 वर्षीय अंशुल पुत्र ताराचंद्र व चचेरा भाई 18 वर्षीय पंकज पुत्र बब्लू मिनी ट्रक में कुर्सी व अन्य सामान लादकर लखनऊ की तरफ जा रहे थे. सोमवार की सुबह करीब छह बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर औरास क्षेत्र के कोइलियाखेड़ा गांव के पास खड़े लोहे के एंगल लदा ट्रक कोहरे में नहीं दिखा. 40 किमी से भी कम रफ्तार में चल रहा मिनी ट्रक उसमें पीछे से टकरा गया.
हादसे में मिनी ट्रक चालक अंशुल व उसका चचेरा भाई पंकज केबिन में फंसकर बुरी तरह जख्मी हो गए. करीब 25 मिनट बाद पहुंची पीआरवी व यूपीडा टीम ने क्षतिग्रस्त वाहनों के पास संकेतांक लगाकर केबिन में फंसे चालक और क्लीनर को बाहर निकाला लेकिन तबतक दोनों की मौत हो चुकी थी. हादसे के बाद एंगल लदे ट्रक का चालक भाग निकला. थाना प्रभारी राजकुमार ने बताया ट्रक स्वामी व स्वजन को सूचना दे दी गई है.
गश्त में खानापूरी, खुली पोल
चेतावनी के बाद भी एक्सप्रेसवे पर लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है. लोहे के एंगल से लदा ट्रक रात भर एक्सप्रेसवे पर खड़ा रहा और किसी ने उसे हटाने का प्रयास तक नहीं किया. दावा है कि एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे गश्त करती है. इस घटना ने सभी दावों की पोल खोल दी है. अगर एक्सप्रेसवे पर खड़े ट्रक को समय पर हटवा दिया गया होता तो शायद हादसा नहीं होता.