ABC NEWS: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह बीते चार दिनों से पंजाब पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है. उसे पकड़ने के लिए राज्य भर में हजारों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. धर-पकड़ की कोशिशों के बीच अमृतपाल को एक टोल प्लाजा पर लगे सिक्योरिटी फुटेज में देखा गया है. बताया जा रहा है कि यह फुटेज उसी दौरान का है जब वह पुलिस की पकड़ से बाल-बाल बच निकला था. 30 साल के इस कट्टरपंथी उपदेशक को शनिवार को सुबह करीब 11:27 बजे जालंधर में टोल प्लाजा पर लगे CCTV फुटेज में देखा गया. वह मारुति ब्रेजा की अगली सीट पर बैठा हुआ नजर आ रहा है.
इससे पहले अमृतपाल सिंह को शनिवार को मर्सिडीज SUV में देखा गया था जब वह शाहकोट में सिंगल-लेन रोड से होकर फरार हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, इसके घंटों बाद वारिस पंजाब दे का यह मुखिया मारुति ब्रेजा में नजर आया, जो कि उसके एक साथी की है. बताया जा रहा है कि उसने कार में ही अपने कपड़े बदल लिए. फुटेज में वह शर्ट पहने हुए नजर आ रहा है जो कि उसकी सामान्य वेशभूषा नहीं है. इसके बाद अमृतपाल ने मारुति ब्रेजा भी चेंज कर दिया और 2 बाइकों पर तीन सहयोगियों के साथ भाग निकला. इस दौरान वह अपने धार्मिक कपड़ों के बजाय शर्ट और ट्राउजर में था. इतना ही नहीं, उसने अपनी पगड़ी भी बदल ली.
#AmritpalSingh‘s last video… Amritpal was seen with his convoy at the toll plaza.
Sikh separatist leader #AmritpalSingh knew that #Punjab Police was on his chase and gave them the slip by fleeing in a Maruti Brezza from a busy market in Mehatpur village of Jalandhar district. pic.twitter.com/0hj0HUtQcn
— Subodh Kumar (@kumarsubodh_) March 21, 2023
पुलिस ने जब्त की मारुति ब्रेजा
पुलिस ने इस ब्रेजा को जब्त कर लिया है. अमृतपाल को भगाने में मदद करने वाले उसके 4 साथी भी गिरफ्तार हैं. इस बीच, अमृतपात के चाचा हरजीत सिंह समेत उसके तीन और साथियों को मंगलवार को उच्च सुरक्षा वाली डिब्रूगढ़ जेल में लाया गया. इन लोगों को मिलाकर 19 मार्च के बाद से ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े 7 सदस्यों को यहां लाया जा चुका है. हरजीत सिंह को मंगलवार तड़के डिब्रूगढ़ लाया गया. हरजीत को विमान से असम तब लाया गया जब एक दिन पहले सोमवार को उसने पंजाब पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. ‘वारिस पंजाब दे’ के खातों को संभालने में अमृतपाल की मदद करने वाला हरजीत सिंह उन 5 लोगों में शामिल है, जिनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
चाचा को भेजा डिब्रूगढ़ जेल
वहीं, असम पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह समेत उसके तीन और साथियों को मंगलवार को उच्च सुरक्षा वाली डिब्रूगढ़ जेल में लाया गया. इन लोगों को मिला कर 19 मार्च के बाद से अमृतपाल सिंह के ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) से जुड़े सात सदस्यों को यहां लाया जा चुका है. हरजीत सिंह को मंगलवार तड़के डिब्रूगढ़ लाया गया।.पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदर पाल सिंह नामक डब्ल्यूपीडी के दो सदस्यों को दिल्ली से एक विमान से आज यहां लाया गया और बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार ले जाया गया.