ABC NEWS: कानपुर में बीते 48 घंटे से लापता तेंदुआ गुरुवार को अब नई जगह पर देखे जाने की सूचना वन विभाग को मिली. आईआईटी कानपुर और नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट के बाद अब दलहन अनुसंधान संस्थान में देखा गया है. लोगों की शिकायत पर वन विभाग की टीम जांच करने के लिए पहुंची, लेकिन उन्हें कोई खास निशान नहीं मिले. हालांकि स्थानीय लोगों को टीम ने अलर्ट किया है. अकेले न निकलने की सलाह दी है.
लगाए गए सीसीटीवी कैमरे
डीएफओ श्रद्धा यादव ने बताया कि स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी. एक टीम को मौके पर जांच के लिए भेजा गया है. लोगों को वन विभाग के अधिकारियों के नंबर भी दिए गए हैं, ताकि तत्काल सूचना दी जा सके. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं. बता दें कि बीते 48 घंटे से टीम को तेंदुए के कोई पगमार्क भी नहीं मिले हैं और न ही तेंदुआ देखा गया है.
बेहद शातिर है तेंदुआ
वन विभाग को एक महीने से चकमा दे रहा तेंदुआ बेहद शातिर है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि IIT की ओर से 70 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा जाल पेड़ों के सहारे लटकाया गया, लेकिन वहां अक्सर घूमने वाला तेंदुआ पास तक नहीं आया. अब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम उसका पीछा कर उसे जाल की ओर लाने की कोशिश करेगी.
पकड़ने के लिए बदली गई रणनीति
IIT सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ विभाग की गतिविधियों पर भी नजर रख रहा है. वह जालों और पिंजरों से बेहद चालाकी से बचकर निकल जाता है. अब उसे पकड़ने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है. इसके तहत पहले जानवरों को पूरे जंगल की ओर ढकेला जाएगा.
तेंदुआ अगर जंगल में होगा तो जानवर वहां नहीं जाएंगे। यह पुष्टि होते ही सुरक्षाकर्मियों व वन विभाग की टीम जाल, रस्सी व ट्रैंकुलाइजर गन लेकर जंगल में घुसेगी और तेंदुए को पेड़ों से बंधे लंबे जाल की ओर लाने की कोशिश की जाएगी.