ABC NEWS: कानपुर में वकीलों ने ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को पीट दिया. मारपीट की पूरी घटना CCTV कैमरे में कैद हुई है. मामले में संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद तिवारी के आदेश पर तीन वकीलों को नाजमद करते हुए उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. वहीं, आरोपियों ने FIR दर्ज करने के विरोध में कोतवाली में वकीलों के साथ हंगामा किया. वकीलों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगी हैं. बता दें, एक महीने के दौरान यह दूसरी घटना है, जब वकीलों ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की है.
ट्रैफिक कांस्टेबल ने कहा- साथियों को बुलाकर पीटा
ट्रैफिक कांस्टेबल जितेंद्र कुशवाहा ने बताया, “कचहरी के पास महिला थाने के सामने वीआईपी रोड पर मेरी ड्यूटी लगी थी. दोपहर करीब 2 बजे वीआईपी रोड पर वकील सतेंद्र बाजपेई उर्फ चंदू की कार की वजह से लंबा जाम लग गया था. मैंने चालान करने के लिए कार की फोटो खींची. वकील ने फोटो खींचने का विरोध किया. जिसके बाद वकील सतेंद्र ने अपने दो साथी आशुतोष कटियार और जितेंद्र उर्फ जीतू बाजपेई को भी बुला लिया और पिटाई कर दी. इसके बाद वहां से भाग गए.”
कोतवाली पहुंचकर वकीलों ने किया हंगामा
हद तो तब हो गई जब पुलिस ने सख्ती की तो आरोपियों ने बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ कोतवाली थाने पहुंच गए. इसके बाद कॉन्स्टेबल के खिलाफ उल्टा मारपीट का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर हंगामा शुरू कर दिए. पुलिस अफसरों ने जब CCTV दिखाया तब जाकर वकील बैक फुट पर आए. हालांकि पुलिस बवाल के डर से किसी भी वकील की गिरफ्तारी नहीं कर सकी.
पहले भी पार्किंग को लेकर हो चुका है विवाद
महज 20 दिन पहले ही कचहरी चौराहा पर दोपहर को गाड़ी पार्क करने को लेकर कुछ वकीलों और वहां तैनात पुलिस कर्मियों से कहासुनी के बाद मारपीट हो गई थी. वकीलों ने एक ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को जमकर पीटा था. मामले में वहां मौजूद लोगों ने मारपीट का वीडियो वायरल कर दिया.
पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए 3 वकीलों रेवंत मिश्रा, मनोज द्विवेदी, रानू त्रिवेदी और 3 से 4 अन्य अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज कर दी थी. 20 दिन के भीतर ही ट्रैफिक कॉन्स्टेबल को पीटने का दूसरा मामला है. साल भर के भीतर 6 बड़े मामले हो चुके हैं. जिसमें वकीलों ने पुलिस कर्मियों से मारपीट की थी.
अपराधियों पर लगेगा गैंगस्टर और गुंडा एक्ट
मामले में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया, “ट्रैफिक पुलिस के साथ की गई मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है. वकील ने पुलिसकर्मी से जिस तरह से मारपीट की है, यह कानून के खिलाफ है. इस मामले की एफआईआर कोतवाली में दर्ज कर ली गई है. नियमों के अनुसार वकील पर कार्रवाई की जाएगी. आपराधिक छवि वाले वकीलों पर गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीट और गुंडा एक्ट लगाने की कार्रवाई की जाएगी.