ABC News: मौसमी इंफ्लूएंजा एच3एन2 की गाइडलाइन जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी और नर्सिंगहोमों को भेज दी गई है. सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही निजी अस्पतालों को भी एच3एन2 जैसे लक्षणों वाले रोगियों की सूची सीएमओ कार्यालय को भेजनी पड़ेगी. जिन रोगियों को जटिलताएं अधिक होंगी, उनकी सैंपलिंग कराकर जांच कराई जाएगी.
सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारियों, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों और नर्सिंगहोमों को गाइडलाइन उपलब्ध करा दी गई है और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. गर्भवती महिलाओं को लेकर अधिक सतर्कता बरती जा रही है. इसके साथ ही आशा कार्यकर्ता ब्लॉक स्तर पर सर्वे करके संदिग्ध रोगियों की सूची बनाकर स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध कराएंगी. रोगियों की जांच कराई जाएगी. गाइडलाइन के संबंध में पैरा मेडिकल स्टाफ, आशा कार्यकर्ता और एएनएम के लिए प्रशिक्षण शिविर भी होगा. उर्सला के निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश ने बताया कि अस्पताल में इंफ्लूएंजा रोगियों के लिए 10 बेड आरक्षित कर दिए हैं. अगर इंफ्लूएंजा के लक्षणों वाला कोई रोगी आएगा तो आरक्षित वार्ड में रखा जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी खांसी, जुकाम, बुखार, गले के संक्रमण के सामान्य रोगी आ रहे हैं. किसी में जटिलता नहीं है. अभी किसी का सैंपल एच3एन2 जांच के लिए नहीं भेजा गया है.
ये सावधानियां बरतें
– मास्क लगाकर बाहर निकलें.
– भीड़भाड़ वाले स्थानों पर बेवजह जानें से बचें.
– बाहर से घर लौटें तो पहले साबुन से हाथ धोएं.
– घर में किसी सदस्य को जुकाम, बुखार है तो उसे अलग रखें.
– 60 वर्ष से अधिक और पांच साल से छोटे बच्चों को लेकर एहतियात बरतें.
– सादा और पौष्टिक भोजन लें, खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें.
– तेज बुखार आने पर डॉक्टर से संपर्क करें और सामान्य जांचें करा लें.
– अस्थमा, सीओपीडी, गुर्दा, लिवर, कैंसर के रोगी सावधानी बरतें.