ABC News: खूनी मल्लू और मालती ने सजा के दौरान अपने व्यवहार में परिवर्तन लाया है. चिड़ियाघर दोनों कैदियों के बदले स्वभाव को देखते हुए उन्हें बड़े घर में शिफ्ट करने जा रहा है. दोनों आदमखोर बाघों के लिए 25 लाख रुपये की लागत से 1150 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बाड़ा तैयार किया गया है. इस बाड़े को बनाने में आठ महीने लगे हैं. बाघों के रहने के लिए पूरे इंतजाम सुनिश्चित करने के बाद अब उन्हें इसमें शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. फरवरी के अंतिम सप्ताह तक ये दोनों दर्शकों के सामने आ सकते हैं.
चिड़ियाघर प्रशासन के अनुसार वर्ष 2020 में बाघ मल्लू और बाघिन मालती पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लाए गए थे. चिड़ियाघर के रेंज ऑफिसर (आरओ) नवेद इकराम बताते हैं कि पीटीआर से आए दोनों ही बाघ-बाघिन की उम्र पांच साल है. ये दोनों ही काफी खूंखार हैं. वह बताते हैं कि पीलीभीत के जंगल में मल्लू सात लोगों को अपना शिकार बना चुका है. आदमखोर मल्लू सातों का कत्ल करने के बाद उसे अपना निवाला भी बना लेता था. वहीं इसी जंगल में रहने वाली बाघिन मालती पर भी एक कत्ल का इल्जाम है. हालांकि इस बाघिन ने कत्ल तो किया, लेकिन उस व्यक्ति को निवाला नहीं बनाया था. खूंखार और आदमखोर हो चुके इन दोनों जोड़ों को ढाई साल पहले प्रदेश के सबसे बड़े चिड़ियाघर में लाया गया था. दोनों आदमखोरों का स्वभाव बेहद खतरनाक था और जंगल से चिड़ियाघर में आने के बाद तो जैसे वे बेहद परेशान हो चुके थे. लिहाजा उनको इलाज के लिए अस्पताल के पिंजड़े में कैद कर दिया गया. यहां क्वारंटीन कर उनका उपचार शुरू किया गया. अब स्वभाव में अंतर दिखने के बाद उन्हें तैयार किए गए नए बाड़े में शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है. प्रदेश के सबसे बड़े चिड़ियाघर में बाड़े की कमी की वजह से सफेद बाघ लव भी पिछले तीन साल से पिंजड़े में कैद है. 2019-20 में वह चंडीगढ़ चिड़ियाघर से लाया गया था. उसकी उम्र नौ वर्ष है. चिड़ियाघर में दो सफेद के साथ ही 10 टाइगर हैं. जिसमें अभी पांच ही दर्शकों के सामने रहते थे, अब आठ दर्शकों का रोमांच बढ़ाते दिखेंगे. जबकि बाघिन पुष्पा और नन्हीं बाघिन को अभी अस्पताल में ही रखा जाएगा.