ABC News: कानपुर में प्राइवेट रामा मेडिकल कॉलेज के सैकड़ों MBBS छात्र-छात्राएं धरने पर बैठ गए. छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझकर कॉलेज प्रशासन फेल कर रहा है. इसके चलते सेकंड ईयर के छात्र ने सुसाइड करने का प्रयास किया. उसने अपने हाथ की नस काट ली. हालांकि उसे आनन-फानन कॉलेज स्थित हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
कॉलेज के सेकेंड ईयर छात्रों ने बताया कि मृणाल प्रताप सिंह कॉलेज में सेकेंड ईयर का छात्र है. उसे लगातार 2 बार से फेल किया जा रहा है. एक सब्जेक्ट में पिछले सेमेस्टर के बराबर ही नंबर दिए गए. स्क्रूटनी भी भरी लेकिन नंबर नहीं बढ़े. कॉलेज प्रशासन के रवैये से आजीज आकर छात्र ने बुधवार को सुसाइड करने का प्रयास किया. सुसाइड करने की खबर फैलते ही छात्र आक्रोशित हो गए और कॉलेज गेट पर प्रदर्शन करने लगे. कॉलेज में हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र नहीं माने। हंगामा जारी रखा. छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा जानबूझकर छात्रों को बड़ी संख्या में फेल किया जा रहा है. ताकि कॉपी रिचेक के नाम पर 15 हजार रुपए वसूले जा सके. पहले कॉपी रिचेक की फीस 5 हजार रुपए थी. हंगामे के बावजूद छात्रों से बातचीत करने के लिए न तो डायरेक्टर सामने आए और न ही प्रिंसिपल ने पक्ष रखा. पुलिस के दखल के बाद कॉलेज मैनेजमेंट ने जांच कमेटी बनाई है. कमेटी की रिपोर्ट के बाद छात्रों के लिए फैसला लिया जाएगा. बिठूर थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि छात्रों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है.