ABC NEWS: कानपुर शहर में कमिश्नरी लागू होने के बाद तत्कालीन पुलिस कमिश्नर असीम अरूण ने कुछ मामलों में कार्रवाई कर नजीर पेश की थी ताकि भविष्य में दोबारा उस तरह का मामला आने पर पुलिस उसी तरह कार्रवाई करें लेकिन उनके जाने के बाद से कानपुर पुलिस पुराने ढर्रें पर काम करने लगी है. ऐसा ही एक मामला चकेरी में देखने को मिला है. जहां बीते आठ माह से एक 90 वर्षीय बुजुर्ग को उनके बेटे और बहू घर परेशान कर रहे हैं. विरोध करने मारपीट करते है. पुलिस से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जिस कारण बुजुर्ग सर्द रातों में घर से बाहर रोड पर सोने के लिए मजबूर है.
चाय की दुकान लगा बच्चों को किया था बड़ा
चकेरी के न्यू आजाद निवासी 90 वर्षीय प्रकाश बाबू गुप्ता ने बताया कि वह घर के पास ही चाय की दुकान लगाते थे. इसी चाय की दुकान के सहारे उन्होंने तीन बेटों और दो बेटियों का पालन पोषण किया. उन सभी की शादियां की. किसी तरह एक-एक रुपये जोड़कर एक मकान बनवाया. उनके तीनों बेटे प्राइवेट नौकरी करते है. बेटा अमर चंद्र और रामू कानपुर में ही रहते है जबकि छोटा बेटा दीप कुमार परिवार के साथ दिल्ली में रहता है. उनके मकान के एक हिस्से में अमर और दूसरे रामू परिवार के साथ रहते है. वहीं एक कमरे में दीप का सामान रखा हुआ है जिसमें उसका ताला लगा हुआ है.
घर जाने पर भगा देते हैं बेटे और बहू
आरोप है कि करीब आठ माह से बेटा रामू और बहू पूनम मकान में जाने पर भगा देते है. विरोध करने पर मारपीट व अभद्रता करते है. जिस कारण वह सर्द रातों में पड़ोसियों के घर के बाहर सोने के लिए मजबूर है. वृद्ध की हालत देखकर इलाकाई लोगों ने मंगलवार को पुलिस को सूचना दी. साथ ही इंटरनेट मीडिया पर उनका वीडियो बनाकर प्रचलित कर दिया जिसके बाद चकेरी पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन आरोपित बहू बेटे के खिलाफ कार्रवाई बजाय कानूनी मामला होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़कर चली आई.
शहर में कमिश्नरी लागू होने के बाद जाजमऊ के बुजुर्ग दंपती ने अपने बेटे-बहू के खिलाफ ऐसी ही शिकायत की थी. उस मामले में तत्कालीन पुलिस कमिश्नर असीम अरूण ने आरोपित बेटी बहू पर शांति भंग की कार्रवाई कर जेल भेज दिया था. साथ ही बुजुर्ग दंपती को ससम्मान घर में दाखिल कराया था. चकेरी थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. बुजुर्ग से शिकायत मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.