ABC News: कानपुर आए यूपी पुलिस के डीजी डॉ. आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने यहां पर पुलिस अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डीजीपी और स्पेशल डीजी ने कहा कि विकास दुबे और अतीक अहमद पुलिस के लिए एक सबक है. अगर शुरुआती स्तर पर ही अपराधियों पर नकेल कस दी जाए तो दोबारा इस तरह के माफिया पैदा नहीं होंगे.
इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए सभी पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहकर अपराधियों पर नकेल कसने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने माना कि हाल के दिनों में कुछ घटनाएं सामने आई हैं जिन्हें सबक के तौर पर लिया जा रहा है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसे अपराधी जो बार-बार अपराध करते हुए पकड़े जा रहे हैं उन पर तत्काल ऐसी नकेल कसी जाए कि वह विकास दुबे या अतीक अहमद ना बन सके.
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि प्रदेश में हत्या लूट डकैती आदि गंभीर अपराधों में काफी कमी आई है लेकिन साइबर क्राइम से जुड़े अपराध तेजी के साथ बड़े हैं. इसके लिए पुलिस को और अधिक आधुनिक संसाधनों से युक्त कराया जा रहा है इसके अलावा पुलिस अधिकारियों को साइबर अपराधियों को पकड़ने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है जल्द ही इस दिशा में भी अच्छे रिजल्ट मिलने की उम्मीद है.
इससे पहले डीजीपी ने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया,, उनके साथ पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड, संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी, आईजी प्रशांत कुमार व आईपीएस शिवा सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.