ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को जिला जेल में बंद विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात की. जेल के अंदर चली बातचीत में सपा अध्यक्ष ने विधायक इरफान सोलंकी से पूरी घटना के बारे में जाना. वहीं, अखिलेश यादव के जेल पहुंचते ही सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस से उनकी धक्कामुक्की हो गई. पुलिस ने धक्कामुक्की करने वाले कार्यकर्ताओं को बाहर खदेड़ दिया. इस दौरान सुरक्षा के जबर्दस्त इंतजाम दिखाई दिए.
जिला कारागार में बंद विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ विधायक अमिताभ बाजपेई, मोहम्मद हसन रूमी, पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला, सतीश निगम, विधायक अतुल प्रधान भी मौजूद रहे. विधायक इरफान सोलंकी से मुलाकात करने के बाद जेल से बाहर पत्रकारों से बातचीत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विधायक इरफान सोलंकी को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है, जमीन के मसले होते हैं, तीन बार समाजवादी सरकार रही, अगर वह गलत काम करना चाहते थे तो कर सकते थे. सपा अध्यक्ष ने कहा कि कौन सी ताकत है कौन सी साजिश है, जिससे उन्हें जेल जाना पड़ा, यह भाजपा की सोची समझी रणनीति और साजिश है कि सपा के नेता कार्यकर्ता झूठे मुकदमे में जेल भेजा जाए.
इरफान की फरारी का बचाव करते हुए कहा यदि वह ना भागते तो पुलिस बलवंत सिंह और विकास दुबे जैसा हाल करती. उन्होंने कहा अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का लक्ष्य है आने वाला चुनाव, जनता मंहगाई बेरोजगारी से त्रस्त है, न्याय मिलना भी मुश्किल है. कन्नौज की घटना का जिक्र करते हुए आरोपी लगाया कि वहां पर अधिकारियों ने हत्या कराई है. बीजेपी का विधायक शामिल था, जिस तरह इरफान के लिए सीडीआर निकाली, वैसे ही कन्नौज के विधायक की सीडीआर क्यों नहीं निकाली, बीजेपी के लोग कुछ भी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि विधायक इरफान के खिलाफ साजिश है. कुछ अधिकारी हैं जो मनमानी कर रहे हैं लेकिन समय बदलता है, कानून उनके लिए भी वही है, कानून के तहत उन पर भी एक्शन होगा. उन्होंने कहा कि मैनपुरी में कितनी साजिश थी, नाम के आगे क्या लिखा है, जनता ने क्या फैसला लिया कि बीजेपी को बुरी तरह हरा दिया. सपा के साथ हर वर्ग के लोग हैं. बीजेपी नहीं चाहती कि महंगाई पर बात हो. अखिलेश यादव बोले कि जीएसटी के छापे निकाय चुनाव की वजह से रूके हुए हैं. चुनाव के बाद व्यापाारियों पर फिर से छापे पड़ेंगे. इन्होंने नए तरह के भ्रष्टाचार का रास्ता निकाला है. सपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी इरफान के साथ खडी है.
राम राज्य में पुलिस को दे रखी खुली छूट
कानपुर देहात में बलवंत सिंह हत्याकांड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह उनके परिजनों से मिले हैं. उन्होंने कहा कि सरकारें ऐसी हैं, जिसने अंग्रेजों को पीछे छोड़ दिया. ये पहली मौत नहीं है, कस्टोडियल डेथ यूपी में पहले भी हुई हैं. जो सरकार यह कहे कि राम राज्य हम लाएंगे, क्या पुलिस तय करेगी कि क्या करना है, पुलिस को खुली छूट का अधिकार किसने दिया. बलवंत सिंह के परिवार को एक करोड़ की मदद हो, सरकारी नौकरी मिले, जांच सीबीआई या सिटिंग जज की निगरानी में जांच हो. उन्होंने कहा कि बीजेपी महंगाई, रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा ही नहीं करना चाहती. यही वजह है सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है. कानपुर को स्मार्ट सिटी बनाने और यहां के प्रदूषण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां की मेयर कहां हैं. पेड़ों पर धूल की परत जम चुकी है. कूड़े अड्डे क्या हट पाए. ऐसी स्मार्ट सिटी का क्या फायदा. अखिलेश ने पूछा क्या गंगाजी का पानी आचमन लायक हो गया या फिर नाले बंद हो गए. उन्होंने कहा कि यह सरकार हर मोर्च पर नाकाम है. जेल से निकलने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ता पिंटू ठाकुर से मिलने उनके घर पहुंचे. बताया जाता है कि पिंटू ठाकुर ने ईवीएम के विरोध में मार्च में लखनऊ में विधानसभा के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया था.
(रिपोर्ट: सुनील तिवारी)