ABC News: कानपुर में जून.2022 में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी व फाइनेंसर मुख्तार बाबा पर प्रशासन ने मंगलवार को फिर से बड़ी कार्रवाई की. रामजानकी मंदिर को कब्जाकर बनाई गई दुकानों को कड़ी सुरक्षा में सील कर दिया गया. इस दौरान पीएसी और कई थानों की फोर्स मौके पर मौजूद रही.
गौरतलब हो कि प्रशासन ने पांच दिन पहले शत्रु संपत्ति पर बने मुख्तार बाबा के रेस्टोरेंट को सील कर दिया गया था. मंगलवार को प्रशासन ने मंदिर की जमीन पर बने वारसी लस्सी और चांद स्वीट्स को सील कर दिया. प्रशासन की कार्रवाई का लोगों ने जमकर विरोध किया. कुछ लोगों ने महिलाओं को आगे कर विरोध कराया. लेकिन सख्ती के आगे किसी की एक भी न चली.
मुख्तार बाबा ने रामजानकी मंदिर ट्रस्ट की करीब 500 वर्ग गज जमीन को कब्जा कर करीब 5 दुकानें बनाई गई थीं. संपत्ति की जांच में खुलासा हुआ कि उक्त जमीन शत्रु संपत्ति है. ऐसे में जांच पूरी होने के बाद 4 जनवरी 2023 में इसे शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था. शत्रु संपत्ति मामले में शत्रु संपत्ति अभिरक्षक दिल्ली ने जांच शुरू की. जिसमें सामने आया कि वर्ष 1963 से 1968 तक ये जमीन आबिद रहमान के नाम पर दर्ज थी. क्योंकि आबिद रहमान पाक नागरिक हो गया. जमीन कब्जाने के लिए मुख्तार बाबा ने कुचक्र रचा और मंदिर की जमीन को कब्जा लिया. जांच के बाद 4 और संपत्तियां सामने आईं, जो शत्रु संपत्ति निकली. इन सभी संपत्तियों को सील करने की कार्रवाई की जा रही है.