ABC NEWS: 10 दिनों तक पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना करने के बाद आज गौरी के लाल को इस कामना के साथ कि गणपति बप्पा अगले बरस जल्दी आना और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करना. आगरा के वासियों ने भी गजानन को पूरी श्रद्धा के साथ विदा किया गया. कमला नगर स्थित गणेश चौक में भगवान गणपति की 5100 किलो की विशाल मूर्ति की स्थापना की गई थी और आज विशालकाय मूर्ति को विसर्जित करने के लिए क्रेन का सहारा लिया गया. उसके बाद गाजे-बाजे के साथ लोगों ने गणपति को विदा किया गया.
5100 kg की मूर्ति
आगरा के कमला नगर में उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा वजन की मूर्ति को स्थापित किया गया था.इस मूर्ति का वजन 5100 किलो है और यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. यह मूर्ती पूरी तहर से मिट्टी से बनाई गई थी. 5100 किलो की इस भारी भरकम मूर्ति को उठाने के लिए आयोजकों ने क्रेन का इस्तेमाल किया. मूर्ति के विसर्जन को देखने के लिए सैकड़ों की तादाद में भक्त इकट्ठा हो गए थे.
ड्रोन से हुई पुष्प वर्षा
51 क्विंटल की मूर्ति को जब विसर्जन के लिए ले जाया जा रहा था तो गणपति महाराज की मूर्ति पर ड्रोन से गुलाब के फूलों की वर्षा की गई. दृश्य बेहद मनमोहक था और लोगों ने जमकर गणपति बप्पा मोरया के जयघोष लगाए. आगरा में धूमधाम से मनाया गया गणेश उत्सव.
लोगों ने सुबह से ही गणपति बप्पा को विदा करने की तैयारी में जुटे हुए थे. आगरा के कैलाश नगर, बलकेश्वर, हाथी घाट और पोहिया घाट पर विसर्जन की व्यवस्था की गई थी.