ABC News: टी20 विश्व कप 2022 में भारतीय टीम को सेमीफाइनल में 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा था. इस मैच में हार के बाद भारतीय टीम की खासी आलोचना हुई थी, लेकिन विराट कोहली के लिए यह विश्व कप शानदार रहा था. कोहली टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. इस टूर्नामेंट में भारत के पहले ही मैच में विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ कमाल की पारी खेली थी. इस मैच में भारतीय टीम को चार विकेट बहुत जल्दी गिर गए थे. इसके बाद भारत की हार लगभग तय हो चुकी थी, लेकिन कोहली ने हार्दिक के सात शतकीय साझेदारी कर भारत की वापसी कराई.
इसके बाद हार्दिक बड़े शॉट नहीं खेल पा रहे थे तो कोहली ने मैच फिनिश भी किया. इस दौरान उन्होंने दबाव भरे हालात में पाकिस्तानी तेज गेंदबाज हारिस रऊफ की गेंदों पर लगातार दो छक्के लगाकर मैच पाकिस्तान से छीन लिया था. भारत को जीत के लिए आखिरी आठ गेंदों में 28 रनों की जरूरत थी और कोहली ने रऊफ की दो गेदों पर दो छक्के लगाकर पाकिस्तान से मैच छीन लिया था. इस दौरान विराट कोहली ने एक ऐसा शॉट खेला था, जिसे देखकर सभी हैरान रह गए थे. हारिस रऊफ पर उनके दो छक्कों की चर्चा टूर्नामेंट खत्म होने के बाद भी होती रही है. अब खुद हारिस रऊफ ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. हारिस रऊफ का कहना है कि उन्हें विराट से छक्के खान का कोई दुख नहीं है. अगर हार्दिक पांड्या ये दिनेश कार्तिक उनकी गेंदों पर छक्के लगाते तो उन्हें ज्यादा दुख होता. रऊफ के अनुसार विराट कोहली को छोड़कर विश्व क्रिकेट का कोई भी खिलाड़ी उन्हें लगातार दो छक्के नहीं मार सकता था. हारिस रऊफ ने कहा, “वह उनकी क्लास थी और वह जिस तरह के शॉट खेलते हैं, और जो दो छक्के उन्होंने लगाए, मुझे नहीं लगता कि कोई अन्य खिलाड़ी इस तरह के शॉट मार सकता था. अगर दिनेश कार्तिक या हार्दिक पांड्या ने मुझे इस तरह मारा होता, तो मुझे दुख होता, लेकिन वह कोहली थी और उनकी अलग क्लास है. मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह (कोहली) मुझे उस लेंथ से सामने की तरफ मार सकते हैं. इसलिए जब उन्होंने वह शॉट मारा, तो वह उनकी क्लास थी. मेरी योजना ठीक थी लेकिन उस शॉट अलग क्लास थी.” रऊफ ने आगे कहा “देखिए, भारत को अंतिम 12 गेंदों में 31 रनों की जरूरत थी. मैंने चार गेंदों पर केवल तीन रन दिए थे. मुझे पता था कि नवाज आखिरी ओवर फेंक रहे थे, वह एक स्पिनर हैं और मैंने उनके लिए कम से कम चार बाउंड्री छोड़ने की कोशिश की थी और 20 से ज्यादा रन उनके लिए छोड़ना चाहता था. अंतिम आठ गेंदों में 28 रन चाहिए थे, मैंने तीन धीमी गेंद फेंकी और वह धोखा खा गया. मैंने चार में से केवल एक तेज गेंद फेंकी थी. क्योंकि मैदान की किनारे वाली बाउंड्री बड़ी थीं.” विराट कोहली पर बात करते हुए रऊफ ने कहा “मैं सिडनी में ग्रेड एक क्लब क्रिकेट खेल रहा था और मैंने भारतीय टीम को गेंदबाजी की थी. विराट कोहली, केएल राहुल, रवि शास्त्री, उन्होंने हमेशा मुझसे बहुत गर्मजोशी से मुलाकात की. वास्तव में, विश्व कप के दौरान रवि शास्त्री ने मुझसे कहा था कि वह मेरी सफलता और बदलाव को देखकर बहुत खुश हुए. कोहली ने भी काफी सराहना की. उन्होंने मुझसे कहा कि तुमने हमारे नेट्स पर गेंदबाजी की और अब यह देखकर अच्छा लगा कि तुम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करते हो.