ABC News: पुरानी पेंशन बहाली के लिए देशभर से आए लाखों कर्मियों ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में हुंकार भरी है. केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने ‘पेंशन शंखनाद महारैली’ में कहा, अगर सरकार अपनी जिद नहीं छोड़ती है तो ‘वोट की चोट’ के आधार पर ‘पुरानी पेंशन’ बहाल कराएंगे. सरकारी कर्मियों, पेंशनरों और उनके रिश्तेदारों को मिलाकर यह संख्या दस करोड़ के पार चली जाती है. चुनाव में बड़ा उलटफेर करने के लिए यह संख्या निर्णायक साबित होगी.
इस रैली में केंद्र एवं राज्यों के कर्मचारी संगठनों ने भाग लिया. हालांकि रैली का आयोजन नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के बैनर तले हुआ है. एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि पुरानी पेंशन, कर्मियों का अधिकार है. वे इसे लेकर ही रहेंगे. दिल्ली का रामलीला मैदान, सरकारी कर्मियों से खचाखच भरा हुआ था. गौरतलब हो कि इस समय देश के 5 राज्यों में पुरानी पेंशन स्कीम लागू है जिसमें कांग्रेस शासित राजस्थान, छत्तीसगढ़ व हिमाचल और महागठबंधन सरकार झारखंड शामिल है. वहीं 2022 में पंजाब में भी OPS लागू है.
कांग्रेस पार्टी भी इसे वापस लाने की मांग कर रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कर्मचारियों के इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है. सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, वह कर्मचारियों के इस आंदोलन का पूरा समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि, OPS कर्मचारियों का हक है, कर्मचारियों की मांगें जायज है, और सरकार को इसे लागू करना चाहिए.
हुड्डा ने सोशल मीडिया X पर रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे लाखों कर्मचारियों की वीडियो पोस्ट कर लिखा, ‘आज दिल्ली के रामलीला मैदान में ओल्ड पेंशन स्कीम बहाली के लिए कर्मचारियों और श्रमिक संगठनों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को मेरा पूर्ण समर्थन है. OPS कर्मचारियों का हक है, कर्मचारियों की मांगें जायज हैं. सरकार इन्हें माने और OPS लागू करे. हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर हम कर्मचारियों की मांगों को पूरा कर तुरंत OPS लागू करेंगे.’