ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) महिलाओं, बुजुर्गों और कम पढ़े-लिखे लोगों को एटीएम इस्तेमाल के दौरान मदद का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग का कानपुर क्राइमब्रांच और हनुमंत विहार थाने की पुलिस ने खुलासा कर दिया है. यह गैंग मदद का झांसा देकर पहले पिन कोड हासिल कर लेता इसके बाद एटीएम बदलकर ठगी करता था. पकड़े गए तीरों शातिर बिहार के रहने वाले हैं. तीनों के पास से सौ से भी ज्यादा एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं. शातिर अब तक लोगों के करोड़ों रुपए की इस तरह से चपत लगा चुके हैं.
ठगों के निशाने पर थे महिलाएं, बुजुर्ग और कम पढ़े लिखे लोग
एडिशन पुलिस कमिश्नर आनंद कुलकर्णी ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गैंग का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह चतुर्वेदी बिल्डिंग के पास एक्सिस बैंक एटीएम के बगल तीन संदिग्ध युवकों बिहार के यशवंत सिंह, सचिन साहनी उर्फ सन्तोष साहनी और धनराज कुमार चौधरी को हिरासत में लिया.
तीनों की तलाशी ली गई तो 102 एटीएम बरामद हुए. सख्ती से पूछताछ करने पर पता चला कि कानपुर में सक्रिय बिहार के ठग गैंग के सदस्य हैं जो कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में एटीएम बदलकर ठगी करते हैं.
इस तरह करते थे ठगी
जांच व पूछताछ में सामने आया कि शातिर एटीएम बूथों के बाहर खड़े हो जाते थे. इसमें से एक व्यक्ति निगरानी करता और दूसरा व्यक्ति एटीएम बदल देता व तीसरा व्यक्ति पासवर्ड चोरी कर लेता था.
कोई भी बुजुर्ग या कम पढ़ा लिखा देखकर रुपए निकालने में मदद का झांसा देते थे. इसके बाद ठीक उसी बैंक का दूसरा एटीएम इतने शातिराना ढंग से बदल लेते कि सामने वाले को भनक भी नहीं लगती थी.
इसके बाद मदद के बहाने पिन हासिल कर लेते और बार-बार पिन डालने के बाद भी रुपए नहीं निकलता क्यों कि उसका एटीएम बदल चुका था. अब वह व्यक्ति परेशान होने के बाद एटीएम से निकल जाता था. इसके बाद उसके एटीएम से शातिर पूरा पैसा साफ कर देते थे.
यूपी के सक्रिय है गैंग, ठगी की रकम से लड़ चुका है प्रधानी
पूछताछ के दौरान शातिरों ने बताया कि सिर्फ कानपुर ही नहीं प्रदेश के कई जिलों में उनका गैंग सक्रिय है. शातिरों ने सबसे ज्यादा घटना कानपुर में कारित करना स्वीकार किया है . पकड़े गये अभियुक्त सचिन साहनी उर्फ सन्तोष साहनी ने बताया कि ठगी के पैसे से उसने प्रधानी का चुनाव लड़ा था और आगे भी इस प्रकार से मिले पैसे का इस्तेमाल करने की तैयारी थी.
CCTV भी आया सामने
अभियुक्तों द्वारा वारदात करने का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक वृद्ध व्यक्ति पैसे निकालने के लिये एटीएम बूथ में गया. तभी पीछे से शातिर अभियुक्त आया और पिन डालते हुए वृद्ध को देख लिया.
इसी बीच शातिर ने अपने पास पहले से लिये हुए कार्ड को लगा दिया और वृद्ध का कार्ड अपने पास रख लिया. इस सारे घटनाक्रम को वृद्ध समझ ही नहीं पाया लेकिन पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी में रिकाड हो गई.
बरामदगीः 18500 कैश, अलग-अलग बैंकों के 102 एटीएम कार्ड और 3 मोबाइल के साथ ही दो बाइक बरामद हुई है.