ABC NEWS: UP की राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम होर्डिंग हादसे से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. हादसे में घायल के भाई की शिकायत पर सुशांत गोल्फ सिटी थाना में इकाना प्रशासन पर एफआईआर दर्ज हो गई है. पुलिस ने IPC की धारा 304 A (गैर इरादतन हत्या) और 338 (ऐसा काम करना जिससे मानव जीवन खतरे में पड़ना) के तहत मुकदमा दर्ज किया है. वहीं, हादसे के बाद प्रशासन ने लखनऊ में अवैध लोहे की होर्डिंग के खिलाफ अभियान चलाया. देर रात तक हजरतगंज समेत अलग-अलग इलाकों में लगी कई अवैध होर्डिंगस उतारी गईं.
इकाना प्रशासन पर FIR दर्ज, मां-बेटी की मौत के बाद अवैध होर्डिंग के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई
क्या है मामला?
दरअसल, राजधानी लखनऊ में बीती शाम तेज हवा से अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम के बाहर लगी होर्डिंग (यूनीपोल) गिर गई, जिसके चपेट में एक स्कॉर्पियो आ गई. स्कॉर्पियो में बैठे ड्राइवर और मां-बेटी होर्डिंग के नीचे दब गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद घायलों को निकाला और लोहिया अस्पताल भेजा. जहां डॉक्टरों ने मां-बेटी को मृत घोषित कर दिया. जबकि ड्राइवर का इलाज जारी है.
घूमने निकली थीं मां-बेटी
जानकारी के मुताबिक, इंदिरानगर सी-ब्लॉक निवासी प्रीति जग्गी (38) सोमवार को बेटी एंजल जग्गी (13) अपनी स्कॉर्पियो से घूमने निकाली थीं. ड्राइवर मोहम्मद सरताज (खुर्रमनगर निवासी) गाड़ी चला रहा था. लुलु और प्लासियो मॉल घूमने के बाद तीनों शहीद पथ की सर्विस लेन से वापस आ रहे थे. इकाना स्टेडियम के पास से गुजरते समय जूस का ठेला दिखा, तो प्रीति ने जूस पीने के लिए गाड़ी रुकवाई. तीनों गाड़ी में बैठकर जूस पी रहे थे कि तभी तेज हवा से होर्डिंग हिलने लगी. यह देखते ही सरताज ने जूस का गिलास फेंका और तुरंत गाड़ी स्टार्ट की. वह गाड़ी आगे बढ़ा पाता कि उससे पहले ही होर्डिंग गाड़ी पर गिर गई. तीनों होर्डिंग के मलबे के नीचे दब गए.
ऐसी कई होर्डिंग
एलडीए के वीसी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि हादसे के बाद जोन के एक्सईएन से रिपोर्ट मांगी गई है. मानचित्र और लेआउट के उलट निर्माण हुआ है या नहीं, इसकी सचिव जांच करेंगे. इसकी पुष्टि के बाद इस संबंध में सख्त कार्रवाई होगी. बता दें कि राजधानी में होर्डिंग लगाने वाली कंपनियां बेखौफ है. दरअसल इसमें नगर निगम के अधिकारियों की मिली भगत है. दरअसल होर्डिंग कम्पनी से जुड़े लोग मजबूती प्रमाण पत्र जारी नहीं करते. इकाना स्टेडियम यूनिपोल का भी मजबूती प्रमाण पत्र न देने पर एफआईआर दर्ज हुई. नगर निगम के सर्टिफिकेट मांगने के बाद भी मजबूती प्रमाण पत्र न मिलने से सवाल खड़े हो रहे हैं. शहर में सड़क किनारे ऐसी कई होर्डिंग लगी हैं, जो जानलेवा हो सकती हैं.