ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर शहर में दोपहिया वाहन चलाने वालों में से हर 12वां चालक बिना हेलमेट रहता है. यह बात चौराहों पर जिला, ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ प्रवर्तन टीम की चेकिंग अभियान से प्रमाणित है. ट्रैफिक पुलिस के रिकार्ड में रोज औसतन 500 चालान करती है, इसमें 40 फीसदी चालान यानी कि दो सौ चालान बिना हेलमेट के होते हैं. बाकी बचे पचास चालान में से औसतन 40 चालान बिना हेलमेट के जिला पुलिस औरऔसतन रोज दस चालान आरटीओ प्रवर्तन की टीम करती है. यह खुलासा रोड सेफ्टी सेल की मार्च 2023 की रिपोर्ट से हुआ है.
हर साल 80-90 की मौत
कानपुर में बिना हेलमेट पहने दोपहिया वालों के साल भर में 400-450 एक्सीडेंट होते हैं. इसमें 80-90 की मौत होती है. एआरटीओ सुनील दत्त ने बताया कि समस्या के मद्देनजर ही शासन स्तर से नेक इंसान चुनने का अभियान चलता है ताकि घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके.
आ रही मजबूर करने की तकनीक
वह दिन दूर नहीं जब हेलमेट पहने बिना बाइक स्टार्ट नहीं होगी. कई ऑटोमोबाइल कंपनियां इस तकनीक पर काम कर रही हैं. परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इस तकनीक से लैस बाइक एक वर्ष के भीतर बाजार में आने की उम्मीद है. इससे बगैर हेलमेट बाइक चलाने वालों की सड़क हादसों में मौत के आकड़े को कम किया जा सकेगा.
प्रयागराज नंबर वन तो दूसरे पर कानपुर
बात करें UP की तो प्रदेश के पांच बड़े महानगरों में सबसे ज्यादा लोग बगैर हेलमेट फर्राटा भरते मिले हैं. इनमें पहले नंबर पर प्रयागराज तो दूसरे नंबर पर कानपुर है. परिवहन विभाग की रोड सेफ्टी सेल ने एक अप्रैल-2022 से 31 मार्च-2023 की एक रिपोर्ट जारी की है. इसमें बताया गया है कि साल भर में प्रदेश के 75 जिलों में बगैर हेलमेट चार लाख 36 हजार लोग बाइक चलाते मिले, जिनके चालान काटे गए हैं. इनमें क्रमश प्रयागराज, कानपुर, बनारस, आगरा व लखनऊ के लोग सबसे लापरवाह हैं. अब सख्ती के निर्देश दिए गए हैं.
यहां ज्यादा चालान कटे
प्रयागराज 17,313
कानपुर 15,157
बनारस 14,339
आगरा 13,580
लखनऊ 12,822
बाइक के पीछे बैठने वाले भी शिकार रिपोर्ट के अनुसार बीते साल पूरे UP में सड़क हादसों में बगैर हेलमेट बाइक चलाने वाले 6349 की जान गई. इनमें बाइक चला रहे 3883 लोग हैं तो पीछे बैठने वाले 2466 लोग. कानपुर संभाग, आरटीओ, राजेश सिंह ने कहा कि एक्सीडेंट होने पर यही हेलमेट कवच का काम करता है. दोपहिया सवार को गियर लगाने के पहले ही हेलमेट पहनने का संकल्प लेना चाहिए. हेलमेट पहनने से जीवन सुरक्षा तो है ही, जुर्माने से भी बचा जा सकता है.