ABC News: (रिपोर्टः सुनील तिवारी) कानपुर के डेवलपमेंट के लिए तैयार किया जा रहा सिटी डेवलपमेंट प्लान का केडीए में कंसलटेंट फर्म ने विजन प्लान प्रस्तुत किया. इस विजन प्लान में कानपुर में भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए कॉर्मशियल रूप से कई प्रस्ताव शामिल किए गए हैं. वहीं, ऐतिहासिक और पौराणिक नगरी बिठूर का विकास गांधीनगर और दिल्ली के अक्षरधाम के आधार पर तैयार करने का प्लान पेश किया गया.
केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के समक्ष पेश किए गए विजन प्लान में शहर को इंडस्ट्री और कार्मशियल दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण माना गया है. केडीए उपाध्यक्ष ने इस प्लान को वर्ष 2051 के अनुरूप विकसित करने पर जोर दिया.
बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि कानपुर को मेट्रोपोलिटन सिटी के स्थान एअरोट्रोपोलिस सिटी के रूप में विकसित किया जा सकता है.
कुछ ऐसा है सिटी डेवलपमेंट का विज़न प्लान
उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र
एक राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश को 18 डिविजनों और 75 जिलों में विभक्त किया गया है. राज्य सरकार संतुलित आर्थिक विकास प्राप्त करने के लिये सभी क्षेत्रों में निवेश मांगकर उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय असमानताओं को दूर करने पर जोर दे रही है. यह अनुमान है कि उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र जिसमें कानपुर को एक विशेष निवेश क्षेत्र के रूप में नामित किया गया है, और गंगा एक्सप्रेस.वे एवं बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस.वे के साथ जुड़ा हुआ है, वह छत्तीसगढ़ व झारखण्ड दोनों राज्यों के साथ एक नोड के रूप में काम करेगा.
न्यू भीमसेन के पास विशेष निवेश क्षेत्र
यह न केवल क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा बल्कि इस क्षेत्र में विशेष आर्थिक क्षेत्र की मांग को भी पूरा करेगा.
रिंग रोड
124 किलोमीटर की रिंग रोड कानपुर के बाहरी परिधि में विकसित की जायेगी. यह औद्योगिक बेल्ट कानपुर.लखनऊ एक्सप्रेस.वे, ईडीएफसी कोरिडोर के माध्यम से शहर के यातायात को सुगम एवं नियंत्रित करने में सहायक होगा.
कानपुर एरोट्रोपोलिस बिजनेस एरिया
कानपुर शहर को राष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक एवं व्यवसायिक दृष्टि से पहचान दिलाये जाने हेतु मेट्रो पोलिटन सिटी के स्थान पर प्राधिकरण द्वारा चकेरी क्षेत्र में प्रस्तावित की जाने वाली योजना को ंमतवजतवचवसपे बपजल के अनुरूप विकसित किये जाने पर विचार विमर्श हुआ. जिसके अनुसार शहर के प्रमुख कार्यालय होटल, प्राइवेट ऑफिस, आईटी सेक्टर आदि के लिये स्थान निर्धारित किये जाये, जिससे एअरपोर्ट के माध्यम से होने वाले आवागमन में वृद्धि होगी तथा बड़े व्यवसायियों द्वारा भी अपने प्रतिष्ठान स्थापित किये जायेगें, इससे रोजगार में भी वृद्धि होगी. माल के कुशल प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के लिये मगरवारा और सरसौल में लॉजिस्टिक हब प्रस्तावित किया जायेगा.
03 स्थानों पर मल्टीमोडल इण्टरचेंज हब बनाने का प्रस्ताव
हवाई अड्डेए रेलवे स्टेशन और प्रस्तावित मेट्रो की उपस्थिति के कारण मन्धना और मगरवारा में परिवहन के विभिन्न तरीकों को एकीकृत करेगा. जिससे मौजूदा शहर की सड़कों पर लगने वाला ट्रैफिक लोड कम होगा एवं यातायात में लगने वाले समय की बचत होगी. साथ ही पर्यावरण दूषित होने से बचा जा सकेगा. इसके लिये परिकल्पित क्षेत्र लगभग 20 एकड़ का होगा.
कानपुर मेट्रो का विस्तार
2051 के लिये कानपुर मेट्रो एक्सटेन्शन को विज़न प्लान में प्रस्तावित किया गया है.
बिठूर धाम
कानपुर शहर को एक डेस्टीनेशन के रूप में पहचान दिलाये जाने के दृष्टिगत बिठूर क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने हेतु दिल्ली, गांधीनगर में निर्मित अक्षरधाम मन्दिर की तर्ज पर विकसित किया जायेगा. बिठूर में के अध्यात्मिक स्थलों को इण्टरकनेक्ट कर विकसित किया जायेगा. घाटों के पास सार्वजनिक सुविधाओं के प्राविधान, पर्यटकों के लिये रात्रि विश्राम स्थल का विकास इत्यादि किये जाने से स्थानीय क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेगें,
मेगा फूड पार्क
कानपुर को मल्टी इकोनॉमी हब बनाने के लिये मेगा फूड पार्क को ऐसा तंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया जायेगा जो किसानों और खुदरा विक्रेताओं को एक साथ लायेगा तथा कृषि उत्पादन को बाजार में जोड़ देगा, जिससे कि किसानों की आय में सुधार सुनिश्चित हो सके.
कानपुर फर्मासिटी
कानपुर को देश में चिकित्सा उपकरण निर्माण के लिये अगला गन्तव्य बनाये जाने हेतु कानपुर फर्मासिटी के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है. फर्मासिटी एकीकृत टाउनशिप होगी जो समावेशी विकास पर जोर देती है.
बिजनेस सेण्टर
व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा देने के लिये प्रत्येक क्षेत्र में केडीए व्यापार केन्द्रों को विकसित करने का प्रस्ताव है. मीटिंग में उपाध्यक्ष द्वारा कानपुर शहर में स्थित स्लम एरिया को विकसित किये जाने पर जोर दिया गया, जिससे कि उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर उन्नत हो सकें.