ABC NEWS: बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी दिन गुरुवार को है. इस दिन मां सरस्वती की पूजा होती है. इस बार बसंत पंचमी के अवसर पर चार शुभ योग बने हुए हैं. इसके अलावा इस दिन पंचक लगा है और शिववास भी है. वैसे बसंत पंचमी के दिन अबूझ मुहूर्त होता है, इस दिन आप शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे कर सकते हैं. लेकिन इस बार बसंत पंचमी पर बने चार शुभ योग, राज पंचक और शिववास ने सरस्वती पूजा के दिन को और भी विशेष बना दिया है.
बसंत पंचमी पर 4 शुभ योग
काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट के अनुसार, 26 जनवरी को बसंत पंचमी के दिन चार शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शिव योग और सिद्ध योग बने हैं. सोमवार 23 जनवरी को प्रारंभ हुआ पंचक भी है. इस दिन भगवान शिव कैलाश पर वास करेंगे.
शिव योग: प्रात:काल से लेकर दोपहर 03:29 बजे तक
सिद्ध योग: दोपहर 03:29 बजे से 27 जनवरी को दोपहर 01:22 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग: शाम 06:57 बजे से अगले दिन सुबह 07:12 बजे तक
रवि योग: शाम 06:57 बजे से अगले दिन सुबह 07:12 बजे तक
बसंत पंचमी पर राज पंचक
इस साल बसंत पंचमी के अवसर पर राज पंचक बना है. राज पंचक का अशुभ प्रभाव नहीं होता है. इस पंचक में आपको संपत्ति, धन या फिर सरकारी कामकाज से जुड़े हुए कार्य करने पर सफलता की प्राप्ति होती है. राज पंचक के समय में राज्याभिषेक किया जाता है. यह बड़ा ही शुभ माना जाता है.
बसंत पंचमी के दिन शिववास भी
बसंत पंचमी का दिन बड़ा ही शुभ है. इस दिन शिव भक्त भी खुश होंगे क्योंकि सरस्वती पूजा के दिन भगवान शिव का वास कैलाश पर होगा. इस दिन सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक कैलाश पर शिववास है, उसके बाद नंदी पर शिववास है. शिववास के समय में रुद्राभिषेक करते हैं. जो लोग बसंत पंचमी पर रुद्राभिषेक करना चाहते हैं, उनके लिए शुभ दिन है.
बसंत पंचमी 2023 पूजा मुहूर्त
26 जनवरी को सरस्वती पूजा का मुहूर्त सुबह 07:12 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक है. इस समय में आपको माता सरस्वती की पूजा कर लेनी चाहिए.