ABC News: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को दस जनपथ पहुंच गए हैं. पार्टी में सबकी निगाहें गहलोत और सोनिया गांधी की मुलाकात पर हैं. अब तक मिले संकेतों के अनुसार, गहलोत और सोनिया गांधी के बीच प्रस्तावित बातचीत के बाद पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दिग्विजय सिंह के नामांकन की तस्वीर साफ हो जाएगी.
बता दें कि सोनिया गांधी के कार्यकाल के दौरान लंबे समय तक पार्टी महासचिव रहे दिग्विजय सिंह की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी न केवल अच्छे समीकरण रहे हैं बल्कि काफी निकटता भी है. इस बीच ऐसी चर्चा है कि वे सोनिया-गहलोत की मुलाकात के निष्कर्षों के बाद पर्चा दाखिल करेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पहले ही मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं और 30 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. कांग्रेस आलाकमान से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संदेश दिया गया है कि विधायक दल की बैठक एक बार फिर बुलाई जाए. इसमें मुख्यमंत्री समेत सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपा जाए. उधर, नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कहा कि सचिन पायलट के पास केवल 18 विधायक हैं. बहुमत गहलोत के साथ है, उन्हें 102 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. ऐसे में वह इस्तीफा नहीं देंगे. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राजस्थान में जारी संकट अगले दो दिनों में खत्म कर लिया जाएगा. गहलोत कैंप के विधायक सचिन पायलट के विरोध में हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं. उन्होंने बयान जारी कर साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए अपना नामांकन फॉर्म लेने आए थे और वह कल नामांकन दाखिल करेंगे.